India News ( इंडिया न्यूज़ ),Type 2 diabetes patients: एक रिसर्च में पता चला है कि, सूर्य की पर्याप्त रोशनी न मिलने की वजह से टाइप 2 डायबिटीज के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। सूर्य की रोशनी न मिलने से लोग टाइप 2 डायबिटीज के शिकार हो रहे है।

बता दें कि सूरज की रोशनी टाइप 2 डायबिटीज के इलाज और बचाव में काफी मददगार साबित हो सकती है। वहीं एक शोध से पता चला है कि इस शोध में टाइप 2 डायबिटीज के कुछ मरीजों को दो स्थिति में रखा गया है – पहली, प्राकृतिक रोशनी वाले कमरे में और वहीं दूसरी, कृत्रिम रोशनी वाले कमरे में पाया गया है कि जब कोई मरीज प्राकृतिक रोशनी में रहे तो उनका ब्लड शुगर स्तर अधिक समय तक सामान्य रहा है।वहीं इससे संकेत मिलता है कि सूरज की रोशनी टाइप 2 डायबिटीज के इलाज और बचाव में काफी मदद कर सकती है।

शोधकर्ताओं ने इसको लेकर कहा है कि, हमारा शरीर प्रकृति के हिसाब से चलता है। लेकिन आजकल हम घरों के अंदर रहकर बल्ब से मिलती रोशनी में रहते हैं। जो कि यह हमारे शरीर के लिए सही नहीं है।

सूर्य की रौशनी न मिलने से टाइप 2 डायबिटीज के शिकार सूरज की रोशनी से यानी की प्राकृतिक प्रकाश हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है। इससे मधुमेह जैसी बीमारियों से आसनी से बचा जा सकता है।

सूर्य की रोशनी विटामिन डी का मुख्य स्रोत है, जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। ऐसा लगता है कि आधुनिक जीवनशैली में सूर्य की रोशनी से कम संपर्क ही टाइप 2 डायबिटीज़ के बढ़ते मामलों का एक प्रमुख कारण है।

वहीं हमारा शरीर सूरज के चक्कर पर चलता है। सूर्य की रोशनी हमारे हार्मोन्स को बैलेंस करती है। प्रकाश कम मिलने की वजह से इन्सुलिन कम बनता है, जिससे शुगर लेवल बढ़ जाता है।

एक नए शोध बताया गया कि अगर दिन में पर्याप्त रोशनी न मिले तो, टाइप 2 डायबिटीज का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। इसलिए, जब भी हो सके धूप में बैठिए, ये डायबिटीज से बचाव करेगी।

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