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गले का फंदा बना ज्यादा देर ब्रा पहनना…शरीर को अंदर से खा जाए पैदा होती है ऐसी बीमारी, आखिर इस बात में कितना है दम?

Prachi Jain • LAST UPDATED : October 9, 2024, 2:51 pm IST

India News (इंडिया न्यूज), Breast Cancer Awareness Month 2024: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में 2.3 मिलियन (23 लाख) ब्रेस्ट कैंसर के मामले सामने आए थे, और इससे मरने वाले लोगों की संख्या 6,70,000 थी। ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे अधिक पाया जाने वाला कैंसर है, और यह महिलाओं में मृत्यु का दूसरा सबसे बड़ा कारण भी है। हालाँकि, यह पुरुषों में भी हो सकता है, लेकिन इसका जोखिम महिलाओं में बहुत अधिक होता है।

ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को लेकर मिथक

समाज में ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम से जुड़े कई मिथक और भ्रांतियाँ हैं। इनमें से एक यह धारणा है कि लंबे समय तक ब्रा पहनना, खासकर अंडरवायर ब्रा, ब्रेस्ट कैंसर का कारण बन सकती है। यह मिथक कई महिलाओं के मन में चिंता पैदा करता है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इस दावे के पीछे कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

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क्या ब्रा से ब्रेस्ट कैंसर होता है?

डॉ. रोहन खंडेलवाल, जो सीके बिरला अस्पताल, गुड़गांव के ब्रेस्ट सेंटर के प्रमुख सलाहकार हैं, बताते हैं कि अब तक किए गए किसी भी वैज्ञानिक शोध में इस दावे को सच साबित नहीं किया गया है।

यह भ्रांति शायद इस विचार से उत्पन्न हुई है कि टाइट ब्रा पहनने से लिंफैटिक सिस्टम (शरीर की विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने की प्रणाली) बाधित हो सकता है। सिद्धांत यह था कि अंडरवायर ब्रा ब्रेस्ट टिश्यू पर दबाव डालती है, जिससे शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते, और इस कारण ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, यह एक आकर्षक सिद्धांत प्रतीत हो सकता है, लेकिन इस विचार का समर्थन करने वाला कोई ठोस वैज्ञानिक डेटा नहीं है।

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ब्रा और ब्रेस्ट कैंसर के बीच कोई संबंध नहीं!

कई अध्ययन किए गए हैं ताकि यह समझा जा सके कि क्या ब्रा पहनने और ब्रेस्ट कैंसर के बीच कोई संबंध है। इन अध्ययनों में ब्रा पहनने की अवधि, अंडरवायर ब्रा का उपयोग, और महिलाओं की अन्य आदतों पर ध्यान दिया गया, लेकिन निष्कर्षों में यह साबित नहीं हुआ कि ब्रा पहनने और ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम के बीच कोई सीधा संबंध है। इसका मतलब यह है कि ब्रा पहनने का तरीका या उसकी अवधि ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को प्रभावित नहीं करती है।

ब्रेस्ट कैंसर के वास्तविक जोखिम कारक

ब्रेस्ट कैंसर शरीर की कोशिकाओं में होने वाले परिवर्तनों से होता है, जो अक्सर आनुवंशिकी और जीवनशैली के कारण होते हैं। ब्रेस्ट कैंसर के प्रमुख जोखिम कारक निम्नलिखित हैं:

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  1. उम्र: उम्र बढ़ने के साथ ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है।
  2. मेडिकल हिस्ट्री: जिन महिलाओं को पहले ब्रेस्ट कैंसर हो चुका है या परिवार में इसका इतिहास है, उन्हें इसका अधिक खतरा होता है।
  3. जेनेटिक म्यूटेशन: BRCA1 और BRCA2 जैसे जेनेटिक म्यूटेशन ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं।
  4. स्मोकिंग और शराब का सेवन: धूम्रपान और शराब का सेवन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
  5. हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी: लंबे समय तक हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी लेने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
  6. देर से मेनोपॉज और कम उम्र में पीरियड्स का शुरू होना भी जोखिम बढ़ाने वाले कारकों में से हैं।

इन कारकों को ध्यान में रखते हुए नियमित स्वास्थ्य जांच और सही जीवनशैली अपनाकर ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है।

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