13 Benefits of Cabbage Juice पत्ता गोभी को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि इसमें कई मौजद पोषक तत्वों पाए जाते है। पत्ता गोभी में पाए जाने वाले एंटीआक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकार जैसे- गैस्ट्रिटिस, पेप्टिक व डुओडेनल अल्सर, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम में फायदा पहुंचा सकती है।
साथ ही इसके इस्तेमाल से हल्का कटने व घाव लगने पर भी राहत मिल सकती है। पत्ता गोभी को पत्तेदार सब्जियों की श्रेणी में रखा गया है। इस श्रेणी में आने वाली सब्जियां विटामिन, मिनरल और फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होती हैं। इनमें फाइबर ज्यादा और कैलोरी कम पाई जाती है।
13 Benefits of Cabbage Juice
- पत्तागोभी का रस नियमित रूप से पीने से रक्त की शुद्धि होती है यानी खून साफ होता है।
- बवासीर होने पर पत्तागोभी में कालीमिर्च और मिश्री मिलाकर पीने से खून निकलना बंद हो जाता है।
- गले में सूजन होने पर गोभी के रस में दो चम्मच पानी मिलाकर पीने से लाभ मिलता है।
- घाव होने पर आधा कप पत्तागोभी के रस में पांच गुना पानी मिलाकर पीने से घाव ठीक होता है। इसके अलावा घाव पर गोभी के पत्ते का रस निकालकर लगाने से भी लाभ मिलता है।
- नींद की समस्या होने पर पत्तागोभी की सब्जी बनाकर खाने और रात को सोने से एक घंटे पहले 5 चम्मच गोभी का रस पीने से अच्छी नींद आती है।
- हड्डियों में दर्द होने पर गोभी के रस में गाजर का रस बराबर मात्रा में मिलाकर पीएं। इससे दर्द दूर होता है। साथ ही गैस नहीं होती और पायरिया में भी लाभ मिलता है।
- हर रोज भोजन करने से 20 मिनट पहले गोभी का रस पीएं। इससे पाचन क्रिया अच्छी रहती है। इन सब के अलावा कमरदर्द, पीठदर्द, जोड़ों का दर्द, रक्त विकार, हड्डियों की पीड़ा, अजीर्ण, आंखों की रोशनी की कमी, मोटापा आदि से छुटकारा पाने के लिए गोभी के रस का विभिन्न तरीके से सेवन किया जा सकता है। गोभी का रस पीने से चर्म रोग, नाखून और बालों से संबंधित समस्याएं भी दूर हो जाती हैं। इससे शरीर के विषाक्त तत्व दूर हो जाते हैं। जिससे शरीर शुद्ध हो जाता है।
- गोभी में एक ऐसा विटामिन पाया जाता है, जो पेट और आंतों की बीमारियों को दूर करता है। इसके लिए मरीज को हर रोज थोड़ा-थोड़ा करके कुल 450 मि.ली. गोभी का रस पीना चाहिए।
- गोभी और गाजर का रस मिलाकर पीने से एसिडिटी में आराम मिलता है। इसके लिए 100 मि.ली. गोभी का रस और 50 मि.ली. गाजर का रस मिलाकर पीना चाहिए। इसके अलावा तीखे, तले हुए खाद्य पदार्थों से परहेज रखें।
- पेशाब रुक-रुक कर आती हो या रुक गई हो, तो गोभी के पत्तों को उबालकर उसे मसलकर दिन में 3-4 बार पीने से मूत्र विकार ठीक हो जाता है।
- दमा रोग में भी गोभी, गाजर और बीट का रस मिलाकर पीने से दमे के दौरे में आराम मिलता है।
- पीलिया में गोभी फायदेमंद है। चूंकि आयरन की कमी से यह बीमारी होती है और गोभी में प्रचुर मात्रा में आयरन होता है। जो पीलिया के लिए उपयोगी है। इसके लिए कुछ दिनों तक नियमित रूप से 300 से 400 मि.ली. की मात्रा में गोभी का रस पीएं।
- गोभी, पपीता और अनन्नास का रस मिलाकर पीने से अपच की समस्या दूर हो जाती है।
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