सबा करीम, नई दिल्ली:
2 offers from BCCI to ECB: इन दिनों बीसीसीआई हर सम्भव प्रयास कर रहा है कि इंग्लैंड के खिलाफ हुई पिछली सीरीज के साथ कोई विवाद न जुड़े। मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में मैच न होने पर यह संकट पैदा हुआ है। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड इस मामले को आईसीसी के पास ले गया है जबकि बीसीसीआई की ओर से मामले के ल के लिए दो पेशकश की गई हैं। बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने ईसीबी को इंग्लैंड दौरे में एक टेस्ट खेलने की पेशकश की है।

BCCI 2007 के बाद इंग्लैंड को इंग्लैंड में हराना चाहता है

उनका कहना है कि BCCI 2007 के बाद इंग्लैंड को इंग्लैंड में हराना चाहता है और यह मैच उसी सीरीज का विस्तार हो और उसी मैच में सीरीज के विजेता का फैसला हो। मौजूदा सीरीज में भारत फिलहाल 2-1 से आगे है। सौरभ ने यह भी कहा है कि टेस्ट क्रिकेट कम्पलीट फॉर्मेट है और हम इसे लेकर कोई समझौता नहीं करना चाहते। वहीं बीसीसीआई सचिव जय शाह ने शाम होते-होते इंग्लैंड के साथ दो टी-20 मैच खेलने की पेशकश कर दी है। मेरे ख्याल से ये दो अलग-अलग पहलू हैं। जय शाह की पेशकश से ऐसा लगता है कि जैसे वे ईसीसी या लैंकशर काउंटी को हुए नुकसान की भरपाई करना चाहते हैं।

ECB और BCCI के बीच आपस में अच्छी सूझबूझ

वहीं सौरभ गांगुली का प्रस्ताव काफी व्यावहारिक है। ECB इस मामले को ICC के पास ले गई है। जाहिर है कि ये मामला आईसीसी की विवाद निपटाने वाली कमिटी को सुलझाना होगा लेकिन फिर भी मैं यह नहीं मानता कि बीसीसीआई इस मामले में बैकफुट पर है। ईसीबी और BCCI के बीच आपस में अच्छी सूझबूझ है। मुम्बई हमले के बाद भी इंग्लैंड ने दौरा छोड़ दिया था लेकिन इसके कुछ समय बाद ये मैच आयोजित किये गये थे। आईसीसी की विवाद सुलटाने वाली कमिटी अगर जांच के बाद यह पाती है कि भारतीय खिलाड़ी इस मैच को नहीं खेलना चाहते थे तो ही उन्हें बीमा की राशि मिल सकेगी। ऐसी स्थिति में बीसीसीआई की ओर से दिये गये दोनों प्रस्ताव काफी व्यावहारिक हैं।

सीरीज का फैसला एक अतिरिक्त Test Match खेलकर हो

मैं व्यक्तिगत तौर पर चाहता हूं कि सीरीज का फैसला एक अतिरिक्त टेस्ट मैच खेलकर कर लिया जाये। हम चार मैच आयोजित होने पर 2-1 से आगे हैं लेकिन इस आधार पर खुद को सीरीज का विजेता मान लेना सही नहीं होगा। यह ठीक है कि सीरीज में भारत का दबदबा रहा है लेकिन यह भी सच है कि भारत इस सीरीज में एक टेस्ट हारा भी है। अगर इस अतिरिक्त टेस्ट से इस सीरीज का फैसला होता है तो यह क्रिकेट के हित के लिए सही निर्णय होगा। इसके बाद भी अगर ईसीबी दो अतिरिक्त टी-20 मैच खेलना चाहता है तो कोई बुराई नहीं है। ऐसी स्थिति में अगले साल जुलाई में होने वाली यह सीरीज तीन के बजाये पांच मैचों की हो जाएगी।
(लेखक टीम इंडिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज रहे हैं और इस समय क्रिकेट समीक्षक हैं)

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