India News (इंडिया न्यूज),Adani Total Gas: अडानी टोटल गैस लिमिटेड (ATGL) ने शुक्रवार को कहा कि उसने शहरी गैस वितरण कारोबार में 2630 करोड़ रुपये का सबसे बड़ा वैश्विक वित्तपोषण हासिल किया है। कंपनी के मुताबिक, इससे कंपनी को भारत की 14 प्रतिशत आबादी को कवर करते हुए 1670 करोड़ से अधिक लोगों को सेवा प्रदान करने में मदद मिलेगी।

आपको बता दें कि इस शुरुआती वैश्विक वित्तपोषण में 5 अंतरराष्ट्रीय ऋणदाताओं बीएनपी पारिबा, डीबीएस बैंक, मिजुहो बैंक, एमयूएफजी बैंक और सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन ने भाग लिया।

CTET December 2024 Exam: 1 दिसंबर को अब नहीं होगी CTET की परीक्षा , नई डेट हुई जारी, यहां जानें

ATGL के विकास को मिलेगी गति

इस अवसर पर देश की अग्रणी सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) कंपनी एटीजीएल के सीएफओ पराग पारिख ने कहा कि वैश्विक ऋणदाताओं की भागीदारी सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन के ट्रांजिशन फ्यूल के रूप में इसकी भूमिका को मजबूत करती है। उन्होंने कहा कि यह वैश्विक वित्त पोषण एटीजीएल के सतत विकास को गति देगा और इसकी पूंजी प्रबंधन योजना के आधार पर भविष्य के वित्तपोषण की दिशा में एक कदम होगा जो हमारे सभी हितधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य का निर्माण करेगा।

क्या यह मैसेजिंग ऐप है दुनिया के लिए खतरा? पेजर-वॉकी टॉकी विस्फोट के बाद इस देश ने लगाया इस App पर बैन

पूंजीगत व्यय कार्यक्रम में तेजी आएगी

ATGL के अनुसार, इससे उसके पूंजीगत व्यय कार्यक्रम में तेजी आएगी। जिससे वह 13 राज्यों में अपने 34 अधिकृत भौगोलिक क्षेत्रों (GA) में अपने सीजीडी नेटवर्क का तेजी से विस्तार कर सकेगी। इसके अलावा, कंपनी ने कहा कि विस्तार से पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) और कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) इंफ्रास्ट्रक्चर की पहुंच बढ़ेगी, जिससे गैस आधारित अर्थव्यवस्था के लिए एक इकोसिस्टम तैयार होगा।

प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी 15 प्रतिशत होगी

कंपनी के अनुसार, पीएनजी और सीएनजी का उपयोग सुविधाजनक, लागत प्रभावी, विश्वसनीय और पर्यावरण के अनुकूल ईंधन प्रदान करता है। इससे 2030 तक ऊर्जा बास्केट में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी 6 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने में मदद मिलेगी। एटीजीएल ने कहा कि उसने एक समग्र वित्तपोषण ढांचे में प्रवेश किया है जो कंपनी को अपनी व्यावसायिक योजना के आधार पर भविष्य के वित्त को सुरक्षित करने में सक्षम बनाता है।

Lebanon Pager Attack: इजराइल ने हिज़बुल्लाह को कैसे भेजी ‘3 ग्राम मौत’? हराम हुई दुनिया के सारे मुस्लिम देशों की निंद