इंडिया न्यूज़ (दिल्ली): एम्स दिल्ली के पुनर्विकास का मास्टर प्लान केंद्र सरकार को सौंप दिया गया है। एम्स दिल्ली के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने एम्स के शिक्षकों, डॉक्टरों और कमचारियों को सम्बोधित करते हुए बताया की एम्स मास्टर प्लान परियोजना का मकसद हमारे ढांचे को समग्र तरीके से विकसित करना है। इस से मरीजों की देखभाल, शिक्षण अनुसंधान और प्रशासन, बाहर दी जानी वाली रोगी सेवाएं और आवासीय सुविधाओं का विकास होगा.
रणदीप गुलेरिया के अनुसार इस परियोजना के माध्यम से एम्स में 50 नए ऑपरेशन थिएटर और 3000 नए बिस्तर शामिल होंगे, जिसमें वर्त्तमान में संचालित परिसर के 300 आपातकालीन बिस्तर भी शामिल हैं। नई परियोजना के माध्यम से अनुसंधान प्रयोगशालाएं, पशु सेवाएं, नैदानिक परीक्षण सुविधाएं, 4000 छात्रावास इकाइयां और 14000 गाड़ियों के लिए पार्किंग स्थल स्थापित किए जाएंगे.
डॉ गुलेरिया ने आगे बताया की मस्जिद मोथ, अंसारी नगर पश्चिम, अंसारी नगर पूर्व, ट्रॉमा सेंटर के पांच अलग-अलग भूखंडों को भी दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विश्वविद्यालय की एक नई श्रेणी के तहत सम्मलित किया गया है जो परिसर को अधिक लचीलापन देगा.
आपको बता दे की, देश के सभी एम्स की स्थिति पर चर्चा करने के लिए केंद्र सरकार 24 -25 अगस्त को चिंतन शिविर का आयोजन करने जा रही है। इसमें सभी एम्स के निदेशक शामिल होंगे.