इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Apple Plum Farming : आज अधिकांश किसान परंपरागत खेती से होने वाले मुनाफे और आमदन से संतुष्ट नहीं हैं। या फिर यह कह लिजिए की किसानों को अब कम भी में अधिक मुनाफा देने वाली फसलों या तकनीक की आवश्यकता है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि बागवानी इसके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है। यदि आप भी इस विकल्प को अपनाना चाहते हैं तो एप्पल बेर की खेती आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। आप बागवानी कर अपनी आय में इजाफा कर सकते हैं।

वैसे तो वर्तमान समय में बाजार में बेर की कई किस्में उपलब्ध हैं, लेकिन एप्पल बेर की मांग सबसे ज्यादा है। बेर की ये किस्म दिखने में कच्चे सेब जैसी होती है जो स्वाद में खट्टे-मीठे होते हैं। इसमें कई पोषक तत्व होते हैं। इसी कारण बाजार में इसकी भारी मांग है।

वहीं यदि आपके पास कम भुमि है तो आप भी एप्पल बेर की खेती से अच्छी आमदनी पा सकते हैं। इसके एक पेड़ से हर साल 40-50 किलो फल का उत्पादन लिया जा सकता है। देसी बेरो की तुलना में एप्पल बेर का उत्पादन दो-तीन गुणा ज्यादा होता है।

सामान्य बेर की तुलना में एप्पल बेर की 2 से 3 गुणा कीमत मिलती है। इसके अलावा सरकार किसानों को हाइब्रिड बेर के पौधों पर 50 प्रतिशत सब्सिडी भी देती है जो 3 सालों में किस्तों से आते हैं।

एप्पल बेर की खेती कैसे करें? Apple Plum Farming

एप्पल बेर की खेती हर तरह की भूमि में की जा सकती है। किसी भी राज्य में इसके पौधे हो सकते हैं। इस बेर के पौधे के लिए कोई बीज नहीं होता बल्कि सको गराफ्टिंग विधि से लगाया जाता है।

नर्सरी में एप्पल बेर के पौधे की किमत करीब 30-40 रुपये के बीच में मिल जाता है। अधिक नमी वाले इलाकों में इसकी खेती नहीं करनी चाहिए। गराफ्टिंग विधि से तैयार यह पेड़ हाइब्रिड होते हैं। इसकी जड़ तो देशी और तना हाइब्रिड होता है। इसकी खेती साल में दो बार जुलाई और अगस्त के महीने व फरवरी और मार्च के महीने में की जा सकती है।

बागवानी की शुरूआत में लागत अधिक लगती है। एक साल बाद लागत कम हो जाती है और उत्पादन शुरू हो जाता है। एप्पल बेर का पौधा एक बार लगाने के बाद 20 सालों तक फल देता है। शुरू में एक पेड़ से 30 से 40 किलो तक उत्पादन मिलता है लेकिन बाद में 100 किलो तक होने लगता है।

कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं एप्पल बेर में

एप्पल बेर में विटामिन सी, ए, बी और शर्करा के साथ-साथ खनिज प्रदार्थ, जस्ता, कैल्शियम आदि खनिज तत्व होते हैं।
बेर की अन्य किस्मों की तुलना में इसमें अधिक मीठास होती है। ऐसा माना जाता है कि जितने गुण सेब में होते हंै उतने ही औषधीय गुण एप्पल बेर में भी पाए जाते है। Apple Plum Farming

Read more : Benefits Of Aloevera : सूरज की अल्ट्रावायलट किरणों से त्वचा को बचाता है एलोवेरा, जानिए कैसे?

Read more :विश्व तपेदिक दिवस : 24 मार्च को हुई थी तपेदिक बैक्टीरिया की पहचान Tuberculosis Bacteria Were Identified On 24 March

Also Read : Corona Update Today 17 March 2022 पिछले 24 घंटे में सामने आए इतने नए केस

Connect With Us : Twitter | Facebook