इंडिया न्यूज ( नई दिल्ली ) : आज के दौर में सब कुछ घर बैठे ही हो जाता है. ऐसे में घर बैठे शॉपिंग का एक नया अनुभव लोग कर रहे. आनलाइन शॉपिंग के अनगिनत फायदे हैं. घर बैठे ही आप अपनी मनचाही चीज मंगा सकते है वही कई कंपनिया तो इसका विकल्प देती हैं कि यदि कोई डिलिवर हुआ आईटम पसंद नही आता है तो आप उसे वापस भी कर सकते हैं.

ऐसे में कोई नही चाहता कि वो अपना समय गवाएं और दुकानों में और मॉल में जाकर शॉपिंग करे. लेकिन आज के समय में लोग ऑनलाइन शॉपिंग के कारण ठगी का भी शिकार हो रहे हैं. कई ऐसे मामले सामने आ रहे है जिनमे देखने को मिल रहा है कि कस्टमर से होम डिलिवरी के नाम पर पेमेंट करा लिया जाता है लेकिन सामान घर तक नही आता. ऐसे में आम आदमी के लिए ये एक चुनौती है कि वो रियल और फेक शॉपिंग साइट में अंतर कैसे समझे. इस आर्टिकल के माध्यम से आप आसानी से समझ सकते है कि फेक और असली वेबसाईट में क्या फर्क है.

URL में देखें Https का निशान

सबसे पहले आप ये जरुर देखें कि साइट के URL में Https है या नही. अगर आप ये निशान नही देख पा रहे हैं तो संभव है कि जिस वेबसाइट से आप शॉपिंग करने जा रहे हैं वो फर्जी हो ऐसे में आप धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं. जिससे की आपको आर्थिक नुकसान हो सकता है.

URL में देखें लॉक का निशान

इस के साथ ही ये भी निर्धारित करें कि आप जिस वेबसाइट से शॉपिंग करने जा रहे है उसके URL में लॉक का निशान हो. लॉक का निशान ये पुष्टी करता है कि ये साइट सुरक्षित है और इसपर लेनदेन किया जा सकता है. दरअसल ये देखा जाता है कि हम शॉपिंग करते समय ऑनलाइन पेमेंट ही करते है ऐसे में ये सुनिश्चित करें कि वेबसाइट सुरक्षित हो.

कैश ऑन डिलिवरी का हो विकल्प

जो वेबसाइट फर्जी होती है अक्सर उनमें पाया गया है कि वो कैश ऑन डिलिवरी का विकल्प नही देती हैं. हालांकि सेक्योर साइट्स पर इसका विकल्प होता है भले ही कुछ लोकेशन पर इसका प्रयोग नही किया जा सकता है लेकिन विकल्प होता है. फेक वेबसाइट कभी भी इसका विकल्प नही देतीं हैं.

गूगल पर जरुर करें सर्च

यदि आप किसी ऐसी वेबसाइट पर शॉपिंग करने जा रहे हैं तो खरीददारी से पहले उसके बारे मे गूगल पर सर्च जरुर करें. इससे आपको वेबसाइट के बारे में जानकारी मिलेगी साथ ही नुकसान होने से भी बचा जा सकता है.