India News (इंडिया न्यूज), Mukhtar Ansari: कहते हैं रस्सी जल गई पर बल नहीं निकला। ये लाइन सटीक बैठती है जमानत पर जेल से बाहर आए मुख्तार अंसारी के एक गुर्गे अभिषेक सिंह उर्फ बाबू पर। जिसने बाहर निकलते ही रंग दिखाना शुरु कर दिया। बता दें कि जब वह बाहर आ रहा था तो उसके समर्थक जिला जेल पहुंच गए। जेल के बाहर के नजारे ने पुलिस के भी होश उड़ा दिए। दरअसल जेल के बाहर से दर्जनों गाड़ियों की लंबी लाइन लगी हुई थी। जिसका उसके समर्थकों ने काफिला निकाला। इसकी वजह से सड़कों पर ट्रैफिक जाम हो गया। लोगों को आने जाने में परेशानी होने लगी। आसपास हड़कंप मच गया।

बता दें कि उसके गुर्गे का नाम अभिषेक सिंह है। जिसने इसका वीडियो भी खुद शेयर किया है। यह वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इसके खिलाफ गोमतीनगर विस्तार कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई गई है।हालांकि इंडिया न्यूज वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।

  • दर्जनों कारें, G-20 चौराहे पर हंगामा
  • कौन है मुख्तार के गुर्गा
  • कौन है मुख्तार के गुर्गा

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दर्जनों कारें, G-20 चौराहे पर हंगामा

गौरतलब हो कि शुक्रवार को एक्स पर एक वीडियो सामने आया। जो कि काफी ज्यादा वायरल होने लगा। वीडियो मेंजेल से जमानत पर छूटा अभिषेक सिंह उर्फ बाबू और उसके समर्थक नजर आ रहे थे। पीछे गाड़ियों का काफिला था। बताया जा रहा है कि अभिषेक ने सोशल मीडिया अकाउंट पर खुद ये वीडियो शेयर किया है। एडीसीपी पूर्वी अमित कुमावत ने मीडियो को बताया कि वायरल वीडियो जी-20 चौराहे के पास का है। फुटेज के आदार पर गोमतीनगर विस्तार कोतवाली में FIR दर्ज की गई है। पुलिस आरोपियों की तलाश में है।

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कौन है मुख्तार के गुर्गा

जान लें कि सितंबर 2020 में ही मुख्तार अंसारी गिरोह के खिलाफ तत्कालीन पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय के द्वारा मुख्तार अंसारी गिरोह के खिलाफ अभियान चलाया गया था। इस मामले में एक साथ 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया था।  जानकारी के अनुसार 42 जगहों पर छापेमारी की गई थी। उस गिरोह में  अभिषेक सिंह उर्फ बाबू भी था। उसके खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। यह मुख्तार के साथ जुड़ कर जमीनों पर कब्जा और रंगदारी वसूलने में अभिषेक मदद करता था। जान ले कि आरोपी के पास से कई गाड़ियां भी बरामद की गई थी।

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