India News (इंडिया न्यूज़), Bihar: तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर विवादित टिप्पणी पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा, “ये योजनाबद्ध तरीके से हिंदू धर्म को अपमानित किया जा रहा है। हिंदू धर्म के खिलाफ टिप्पणी की जा रही है। स्टालिन ने जो भाषण पढ़ा वे लिखित भाषण था। करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले बयान दिए जाते हैं। कार्ति चिदंबरम इसका समर्थन करते हैं, लालू यादव ने चुप्पी साध ली और नीतीश कुमार ने एक शब्द नहीं बोला।”

 

चिराग पासवान ने कही ये बात

वहीं लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ऐसी बातें सिर्फ समाज को बांटती हैं। किसको किस धर्म का पालन करना है और किसे नहीं ये व्यक्ति विशेष की बात है…किसी राजनेता कि किसी की आस्था से खिलवाड़ करने की क्या जरूरत है। ये बयान INDIA की तीसरी बैठक के बाद आई। क्या मुंबई में जो बैठक हुई उसमें सनातन धर्म का विरोध करने को लेकर एक आम सहमति बनी? क्या उसमें चर्चा की गई कि बाहर जाकर हम सनातन धर्म का विरोध करेंगे?”

क्या है मामला

तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने दो दिन पहले सनातन उन्मूलन सम्मेलन में हुए कहा था कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें ही खत्म किया जाना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे खत्म करना होगा। खेल विकास मंत्री ने आगे कहा कि सनातन नाम संस्कृत का है। यह सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है।

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