Brand India Mission 2021-22 – Brand India Tag भारत में केंद्र सरकार द्वारा ब्रांड इंडिया मिशन 2020 का शुभारंभ किया गया था। केंद्र सरकार द्वारा यह मिशन उन गुणवत्ता वाले उत्पादों के प्रचार पर केंद्रित किए गए जो देश में ही स्थानीय स्तर पर निर्मित किए जाते है। इस नई प्रक्रिया का संचालन पीयूष गोयल जो वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का नेतृत्व करते हैं ने प्रारंभ किया था। यह मिशन संयुक्त राज्य अमेरिका, स्विजरलैंड, फ्रांस, जर्मनी जैसे अन्य देशों की तरह हीं भारत में चलाया गया।
ब्रांड इंडिया मिशन का उद्देश्य देश में बनने वाले उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार करेगा। इसके लिए गुणवत्ता सुधार के नियमों को स्विट्जरलैंड, अमेरिका, जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों जैसा बनाया जायेगा। जिससे भारत, दुनिया में अछे सामानों का निर्यात कर सकेगा। और वैश्विक निर्यातक देशों में उच्च स्थान प्राप्त कर सकेगा।

ब्रांड इंडिया मिशन के लांच की जानकारी (Brand India Mission 2021-22 – Brand India Tag)

योजना का नाम ब्रांड                                   इंडिया मिशन
साल                                                    2020
किसने लांच की                                       केंद्र सरकार
लाभार्थी                                                भारत के नागरिक

ब्रांड इंडिया मिशन का अर्थ (Brand India Mission 2021-22 – Brand India Tag)

ब्रांड इंडिया मिशन का सही अर्थ भारत में बनने वाले उत्पादों के बारे में सही जानकारी भारतीय एवं अंतर्राष्ट्रीय दोनों प्रकार के उपभोक्ताओं तक पहुंचाना है। मुख्य रूप से इस मिशन का कार्य भारत को अपने नेतृत्व की स्थिति और गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करने में सहायक साबित हो रहा है। सरकार द्वारा चलाए जाने वाले इस मिशन का मुख्य उद्देश्य भारत के स्थानीय उत्पादन को बढ़ाना ही है। ब्रांड इंडिया सबसे पहले भारत में उत्पादित होने वाले सामानों को एक टैग प्रदान करेंगी।

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ब्रांड इंडिया मिशन का टैग प्राप्त करने के लिए पात्रता मानदंड (Brand India Mission 2021-22 – Brand India Tag)

यदि किसी भी भारत में बने उत्पाद को ब्रांड इंडिया मिशन का टैग दिलाना चाहते हैं तो नीचे दिए गए पात्रता का पालन करना होगा।
सबसे पहले यह देखा जाएगा कि भारत में बने उस सामान में न्यूनतम 20% स्थानीय सामग्री मिश्रित होनी चाहिए।
यदि उत्पाद भारत में बना है तो टैग प्राप्त करने के लिए उसका मुख्यालय भी भारत में होना चाहिए।
भारत में बने हुए उत्पाद को ही केवल मेड इन इंडिया का टैग प्राप्त होगा।
भारत में निर्मित उत्पाद की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए तभी उसे ब्रांड इंडिया का टैग प्राप्त हो सकेगा।
निर्मित उत्पाद वाली कंपनी के द्वारा सभी निर्धारित स्वास्थ्य एवं सुरक्षा मानकों का अनुपालन करना आवश्यक है।
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ब्रांड इंडिया मिशन के तहत किसी भी उत्पाद के लिए ब्रांड इंडिया टैग प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की आवश्यकता भी होगी जैसे-

(Brand India Mission 2021-22 – Brand India Tag)

निर्मित माल उत्पादकों का भारत में पंजीकरण करने के बाद पंजीकरण प्रमाण पत्र।
कंपनी द्वारा निर्धारित किए गए स्वास्थ्य एवं सुरक्षा मानकों का अनुपालन पत्र
उत्पाद की गुणवत्ता की जांच कराने के बाद गुणवत्ता जांच प्रमाण पत्र।
कंपनी का पूरा ब्यौरा एवं कंपनी के संचालन कर्ता के बारे में जानकारी
कंपनी द्वारा निर्मित उत्पाद के बारे में संपूर्ण जानकारी की उसमें इन सामानों का इस्तेमाल किया गया है और वह सामान कहां से मंगाए जाते हैं आदि।

ब्रांड इंडिया मिशन के अंतर्गत टैग प्राप्त करने के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया (Brand India Mission 2021-22 – Brand India Tag)

ब्रांड इंडिया मिशन के अंतर्गत किसी भी उत्पाद को पंजीकृत कराने के लिए सबसे पहले उत्पाद को भारत में पंजीकृत कराना आवश्यक होता है। उसके बाद ऊपर बताए गए पात्रता एवं मानदंडों के सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य है उसके बाद ही आपका ब्रांड इंडिया मिशन के अंतर्गत उत्पाद सम्मिलित हो जाएगा और उस उत्पाद को न्यू इंडिया का टैग प्राप्त हो जाएगा।
अपने उत्पाद को किन पंजीकृत संस्थाओं से जोड़ सकते हैं
सरकारी संस्थाओं से अपने उत्पाद को जोड़ने के लिए कुछ प्रक्रियाओं का पालन करना पड़ता है परंतु आज के समय में इस प्रक्रिया को बहुत आसान बना दिया गया है। नीचे कुछ संस्थाओं के नाम बताए जा रहे हैं जिनमें आप अपनी कंपनी को सरकारी तौर पर पंजीकृत कर सकते हैं।
सरकार ई बाजार
सार्वजनिक खरीद में वरीयता
व्यापार समझौते के तहत अन्य लाभ
हालांकि ब्रांड इंडिया मिशन के तहत कुछ योजनाओं को अभी फिलहाल बंद कर दिया गया है परंतु चीन के साथ सीमा तनाव के बाद भारत सरकार ने आत्मनिर्भर भारत की रणनीति में भी काफी बदलाव किए हैं। जिनकी मदद से भारत में बने उत्पादों को वैश्विक तौर पर वैश्विक बाजार का हिस्सा बनाने की तैयारी की जा रही है।
भारत में उत्पादित उत्पाद जैसे टीवी सेट एवं टायर के आयात पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं जिसके साथ साथ केंद्र सरकार देश में इन सभी सामानों की उत्पत्ति पर जोर दे रही है, खासकर ई-कॉमर्स के मामले में सरकार अपने महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए दिखाई दे रही है। भारत में इलेक्ट्रॉनिक से लेकर आटोमोबाइल्स तथा रक्षा उपकरणों तक के उत्पादन के संभावित क्षेत्रों पर ध्यान दिया जा रहा है और उनमें बढ़ोतरी के लिए कई कदम उठाए जा रहे है।

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