पहले पड़ाव के सफल मूल्यांकन के बाद सभी सरकारी स्कूलों में लगाए जाएंगे ब्रॉडकास्टिंग यंत्र
इंडिया न्यूज, चंडीगढ़ :
स्कूल शिक्षा मंत्री पंजाब विजय इंदर सिंगला ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार ने सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में टीचिंग और नान -टीचिंग स्टाफ की कुशलता का अधिक से अधिक लाभ लेने के मद्देनजर ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम (प्रसारण प्रणाली) स्थापित करने का फैसला किया है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पहले पड़ाव में 616 स्कूलों में यह प्रसारण प्रणाली स्थापित की जाएगी और शिक्षा विभाग की तरफ से इस संबंध में 1.54 करोड़ रुपए की ग्रांट जारी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि यह प्रसारण प्रणाली स्थापित करने से स्कूलों के स्टाफ पर काम का बोझ कम होगा और प्रिंसिपल के द्वारा एक ही समय पर सभी अध्यापकों, विद्यार्थियों और गैर-अध्यापन स्टाफ को हिदायतें जारी की जा सकेंगी। ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम और इसके लाभों संबंधी बताते हुए सिंगला ने कहा कि हरेक सिस्टम की कीमत लगभग 25 हजार रुपए होगी, जिसमें एक एम्पलीफायर, एक माइक्रोफोन, एक चुनिंदा क्लासरूम मल्टी-स्विच, स्पीकर और अपेक्षित तार आदि चीजें शामिल होंगी। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रिंसिपल के कमरों में एम्पलीफायर, माइक्रोफोन और चुनिंदा स्विचबोर्ड लगाए जाएंगे और समय-समय पर निर्देश का प्रसारण करने के लिए हरेक क्लासरूम में एक स्पीकर लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे प्रिंसिपल मिनटों में पूरे स्कूल में अपेक्षित संदेश या हिदायत प्रसारित कर सकेंगे जिससे स्टाफ के समय की बचत होगी। सिंगला ने कहा कि पहले पड़ाव में ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम लगाने के बाद स्कूल के स्टाफ से विद्यार्थियों की सीखने प्रक्रिया, जरूरी शोधें और कार्यकुशलता पर पड़े प्रभावों संबंधी फीड-बैक लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि फीडबैक का मूल्यांकन करने के उपरांत ही शिक्षा विभाग सभी सरकारी स्कूलों में इस प्रणाली की स्थापना संबंधी फैसला लेगा। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली राज्य सरकार राज्य में शिक्षा के मानक को ऊंचा उठाने के लिए लगातार काम कर रही है जिससे पंजाब स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में देश भर में से अग्रणी राज्य के तौर पर उभरा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की नीतियों और सुधारों के इलावा शिक्षा विभाग के समूचे स्टाफ के सहयोग और सख़्त मेहनत स्वरुप पंजाब के लिए देश में से सर्वोत्कृष्ट स्थान हासिल करना संभव हो सका है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सरकारी स्कूलों में मानक शिक्षा प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है जिसके लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।