इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
CCI Submitted 750 Page Report: भारत में गूगल (Google) के खिलाफ कंपीटिशन कमीशन आफ इंडिया यानी उउक की जांच में खुलासा हुआ है कि गूगल बाजार में अपनी मजबूत स्थिति का दुरुपयोग कर रहा है। सीसीआई ने 2 साल तक एक मामले की जांच की जिसके बाद जो रिपोर्ट दी है कि उसमें बताया गया है कि गूगल प्रतिस्पर्धा विरोधी, अनुचित और प्रतिबंधात्मक व्यापार तरीके अपनाती रही है।
दरअसल, भारत में CCI यानि कि कंपीटिशन कमीशन आफ इंडिया गूगल के खिलाफ स्मार्टफोन के आपरेटिंग सिस्टम और इससे जुड़े मार्केट में कंपीटिशन और प्रतिबंधात्मक व्यापार नियमों के कथित उल्लंघन के आरोपों की जांच कर रहा है। 2 साल तक जांच करने के बाद CCI पैनल ने 750 पेज की जांच रिपोर्ट सौंपी है। CCI ने गूगल इंडिया को इनोवेशन और कंपीटिशन को दबाने का दोषी पाया है। उनका कहना है कि ब्राउजर, आनलाइन म्यूजिक ऐप लाइब्रेरी और कई दूसरी सर्विसेज में कंपनी अपना दबदबा बनाना चाहती है और इसके लिए कंपनी मार्केट में कंपीटिशन और इनोवेशन को दबा रही है।
इस मामले में जांच पैनल ने जब Google से पूछताछ की तो पता चला कि स्मार्टफोन मार्केट के 98 फीसदी हिस्से पर गूगल के एंड्रॉयड आपरेटिंग सिस्टम का कब्जा है। इसके अलावा सीसीआई के जांच पैनल ने माइक्रोसॉफ्ट, ऐपल, पेटीएम, अमेजन, फोन पे, सैमसंग, श्याओमी, ओप्पो, वीवो, कार्बन और मोजिला से भी पूछताछ की है।
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CCI Submitted 750 Page Report: कई देशों में Google पर लगे हैं ऐसे आरोप
आपको बता दें कि गूगल पहले ही अमेरिका, यूरोपीय यूनियन, जापान और जर्मनी में एंटी ट्रस्ट कानूनों के उल्लंघन के आरोप में ऐसी ही जांच का सामान कर रहा है। वहीं सीसीआई ने गूगल के खिलाफ अप्रैल 2019 में जांच का आदेश दिया था। अगर गूगल की ओर से की जा रही कथित गड़बड़ी साबित हो गई तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।