India News (इंडिया न्यूज), Indian Students: श्रेया पट्टर जो की श्रेया पत्तर वेंचर्स के सीईओ और संस्थापक है।उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर कहा कि उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने की योजना बना रहे किसी भी भारतीय छात्र को यह जांचना चाहिए कि उस विश्वविद्यालय में कितने भारतीय छात्र हैं। भारतीय छात्रों की संख्या जितनी अधिक होगी, वह विश्वविद्यालय आपके शामिल होने के स्थानों की सूची में उतना ही नीचे होना चाहिए।

भारतीय छात्रों को अजीबोगरीब सुझाव

श्रेया पट्टर ने अपने कथन के कारण पर चर्चा करते हुए कहा कि समुदाय विषाक्त भारतीय पैटर्न के साथ आता है। जिसमें बहुत अधिक नाटक, व्यावसायिकता की कमी, कोई अच्छा रोल मॉडल नहीं, जूनियर्स के प्रति कोई नेतृत्व या जिम्मेदारी नहीं, आत्म-केंद्रित शामिल हैं। व्यवहार, समूह-वाद, पीठ पीछे बुराई, भविष्य के प्रति कोई गंभीरता नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि यदि आप देश से बाहर जाने की योजना बना रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप लोगों की मानसिकता, दृष्टिकोण और स्वभाव से भी दूर रह रहे हैं। आपको अपने आस-पास घर जैसा महसूस करने वाले ऐसे लोगों की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए।

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सोशल मीडिया पर छिड़ा बहस

दरअसल इस पोस्ट को साझा किए जाने के बाद यह खूब वायरल हुआ। कई यूजर्स ने उनकी पोस्ट की आलोचना की। एक यूजर ने लिखा कि इस पर पूरी तरह से आपके साथ। विदेश में अध्ययन करने का लक्ष्य विविध संस्कृतियों और मानसिकताओं के साथ बातचीत करके अपने क्षितिज को व्यापक बनाना है। एक अन्य यूजर ने कहा कि मैं आपसे अधिक सहमत नहीं हो सकता। साल 2011 में मैं एक अस्पताल में काम करने के लिए ऑस्ट्रेलिया गया था और वहां सबसे जहरीले लोग और भारतीयों के प्रति सबसे ज्यादा ईर्ष्यालु लोग भारतीय ही थे। जब मैं वहां पहुंचा तो यह मेरे लिए एक झटका था।

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