तरुणी गांधी, चंडीगढ़ :
Channi denied Jakhars claim : लगता है कि कांग्रेस की आंतरिक अराजकता का जल्द ही अंत नहीं होगा। सीनियर लीडर सुनील जाखड़ के मुख्यमंत्री के रूप में उनके समर्थन में 42 विधायक होने का दावा करने के बयान और सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के पास दो वोट होने के दावे के बाद सीएम चन्नी ने सुनील जाखड़ की बातों का खंडन किया है।
चन्नी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं कभी भी सीएम बनने की कतार में नहीं था कोई मुझे वोट कैसे दे सकता है। कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम सीट से हटाए जाने के बाद ऐसी कोई वोटिंग नहीं हुई।
मामले की पृष्ठभूमि Channi denied Jakhars claim
मंगलवार को अबोहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए जाखड़ ने कहा था कि मेरे पक्ष में 42 विधायक थे। केवल दो विधायकों ने मुख्यमंत्री के रूप में चन्नी का नाम लिया।’ उन्होंने यह भी दावा किया कि राहुल गांधी ने उन्हें डिप्टी सीएम के पद की पेशकश की थी लेकिन उन्होंने उस पेशकश को ठुकरा दिया था।
इस दावे-काउंटर के दावों के साथ, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी निशाना साध और इस मामले में ट्वीट करते हुए कहा, ‘कांग्रेस पंजाब में लोगों से चन्नी जी और सिद्धू जी में से किसी एक को सीएम फेस चुनने के लिए कह रही है। कांग्रेस ने जाखड़ जी का नाम क्यों शामिल नहीं किया?
इस ट्वीट के साथ कई राजनेता इसे सिख-हिंदू रंग देने की कोशिश कर रहे हैं और कह रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी का पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में सिख चेहरे की तरफ झुकाव ज्यादा है और पंजाब में हिंदुओं को नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है।
कांग्रेस फूट डालो राज करो की नीति पर काम कर रही : अश्वनी शर्मा
इस मुद्दे पर बोलते हुए, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने द डेली गार्जियन से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस फूट डालो और राज करो की नीति में विश्वास करती है, वो एक कुर्सी के लिए लालच में है और यह विवाद अब सबके सामने आ गया है।
उन्होंने आगे कहा कि धर्म की ऐसी राजनीति का हम कभी समर्थन नहीं करते । जाति और पंथ समान हैं और उन्हें चुनाव लड़ने और अपनी क्षमता साबित करने का उचित मौका दिया जाएगा। केजरीवाल की राजनीति इसे सिख या हिंदू का रंग देने की है लेकिन यह वास्तव कांग्रेस के लिए एक कुर्सी की लड़ाई है।
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