इंडिया न्यूज़ (Delhi: LG VK Saxena vs Arvind kejriwal): दिल्ली में उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच आरोप-प्रत्यारोप कम होने का नाम नहीं ले रही है। दिल्ली के शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड जाने से रोकने पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को आड़े हाथों लिया। उन्होंने विधानसभा में कहा कि उपराज्यपाल हमारे बच्चों को बेहतर शिक्षा से वंचित रखने की साजिश रच रहे हैं। आम आदमी पार्टी को जनता ने जिताया है। हम अपनी जनता को बेहतर शिक्षा दे रहे हैं।
विधानसभा के विशेष सत्र में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बेहद गुस्से में नजर आए। उन्होंने सवाल किया कि यह एलजी कौन है जो हमारे सिर पर बैठा है। वह यह तय करने वाला कौन है कि हमारे बच्चों को कैसे शिक्षित किया जाना चाहिए? इन लोगों ने हमारे बच्चों को अशिक्षित रहने दिया है। उपराज्यपाल के पास हमें रोकने की शक्ति नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि सभी की सर्वश्रेष्ठ शिक्षा तक पहुंच होनी चाहिए।
हम केंद्र में होंगे तो बदले की भावना से नहीं करेंगे काम- अरविंद केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं है। आज केंद्र में आपकी सरकार है क्या पता कल हमारी हो सकती है। अगर हम केंद्र में होंगे तो दिल्ली में हमारा उपराज्यपाल होगा। लेकिन हम बदले की भावना से काम नहीं करेंगे। हमारी सरकार लोगों को परेशान नहीं करेगी। मेरे शिक्षकों ने मेरे होमवर्क की जांच नहीं की है जिस तरह यह एलजी मेरे ‘होमवर्क’ की जांच कर रहा है। एक-एक वर्तनी, लिखावट के बारे में शिकायत कर रहा है। वह मेरा प्रधानाध्यापक नहीं है? मैं एक निर्वाचित मुख्यमंत्री हूं।
राष्ट्रपति ने मुझे चुना है- उपराज्यपाल वीके सक्सेना
केजरीवाल का आरोप है कि प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड भेजने की योजना को उपराज्यपाल ने रद्द कर दिया है। उपराज्यपाल ने शिक्षकों के प्रशिक्षण को लेकर cost benefit analysis के बारे में सवाल करते हुए प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड जाने की इजाजत नहीं दी। केजरीवाल ने कहा, मुझे जनता ने चुना है। उपराज्यपाल ने कहा कि मुझे राष्ट्रपति ने चुना है। केजरीवाल ने आगे कहा कि जैसे अंग्रेजों ने वायसराय को चुना। आप भी वैसे ही कह रहे हैं जैसे वायसराय कहते थे कि यू ब्लडी इंडियन्स, यू डोंट नो हाउ टू गवर्न।