Corona Virus New Variant NeoCov: दक्षिण अफ्रीका में मिला नया वेरिएंट ”नियोकोव”
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
2019 से कोरोना वायरस शुरू हुआ जो अभी समाप्त भी नहीं हुआ था कि 2021 में कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन ने दस्तक दे दी। अभी ओमिक्रॉन से दुनिया उभर भी नहीं पाई थी कि कोरोना के एक (new variant) नए वेरिएंट (Corona Virus new variant name) नियोकोव ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है। बताया जा रहा है कि ये वेरिएंट दक्षिण अफ्रीका में मिला है। इसकी संक्रमण और मृत्यु दर दोनों ही बहुत अधिक हैं। इसके हर तीन मरीजों में से एक की मौत हो सकती है। (new variant 2022 NeoCov)
चमगादड़ के अंदर देखा गया NeoCov Variant
- रूस के मुताबिक, यह कोरोना वेरिएंट मर्स कोव वायरस से जुड़ा हुआ है। सबसे पहले साल 2012 और 2015 में पश्चिम एशियाई देशों में इसके मरीज मिले थे। दक्षिण अफ्रीका में अभी यह नियोकोव वेरिएंट चमगादड़ के अंदर देखा गया है।
- शोध अनुसार, नियोकोव और उसका सहयोगी वायरस पीडीएफ-2180-सीओवी इंसानों को संक्रमित कर सकता है। वुहान यूनिवर्सिटी और चाइना अकादमी अनुसार, इस नए कोरोना वायरस के इंसानों की कोशिकाओं को संक्रमित करने के लिए केवल एक म्यूटेशन की जरूरत है।
- उधर, रूस के वायरोलॉजी और बॉयोटेक्नालॉजी विभाग ने कहा कि फिलहाल इस वेरिएंट के इंसानों में फैलने की क्षमता कम है। हमें इसकी क्षमता और जोखिम को लेकर जांच करना चाहिए।
क्यों थी सब-स्ट्रेन बीए.2 को लेकर दहशत?
new variant cases: ओमिक्रॉन के सब-स्ट्रेन (बीए.2) ने दुनिया की नींद उड़ा रखी है। ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट से इसलिए भी ज्यादा खतरा है, क्योंकि आरटी-पीसीआर टेस्ट भी इसे पकड़ नहीं पा रहे हैं। अब तक ये नया सब-वेरिएंट दुनिया में भारत समेत 40 देशों में दस्तक दे चुका है और माना जा रहा है कि ये वेरिएंट बहुत तेजी से दुनिया के बाकी देशों में भी फैल सकता है।
क्या हैं म्यूटेशंस और वेरिएंट्स?
म्यूटेशंस यानी वायरस की मूल जीनोमिक संरचना में होने वाले बदलाव। यह बदलाव जाकर वायरस को नया स्वरूप देते हैं, जिसे वेरिएंट कहते हैं। डब्ल्यूएचओ समय-समय पर समीक्षा कर वेरिएंट्स को इंटरेस्ट और कंसर्न की कैटेगरी से जोड़ता-घटाता रहता है। किसी वेरिएंट की कैटेगरी बदलने से पहले टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप उसका डिटेल्ड एनालिसिस करता है। ग्रुप की सिफारिशों के बाद ही वेरिएंट की कैटेगरी को बदलने का फैसला लिया जाता है।
कौन से हैं पांच वेरिएंट आफ कंसर्न
सिंतबर 2020 में ब्रिटेन में मिला अल्फा (बी.1.1.7) वेरिएंट। दक्षिण अफ्रीका में मई 2020 को मिला बीटा (बी.1.351)। नवंबर 2020 को ब्राजील से मिला गामा (पी.1)। वहीं भारत में अक्टूबर 2020 को मिला डेल्टा (बी.1.617.2) वेरिएंट। नंवबर 2021 में कई देशों में मिला ओमिक्रॉन वेरिएंट (बी.1.1.529)। ये वे वेरिएंट्स हैं जो तेजी से फैलते हैं, गंभीर लक्षण दिखाते हैं और वैक्सीन के असर को कम कर सकते हैं।
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