India News ( इंडिया न्यूज़ ), Covid-19: दो साल पहले कोरोना की आई दूसरी लहर से भारत को निकलने में धीरे-धीरे समय लग रहा है, लेकिन एक बार फिर इसे लेकर गंभीर चेतावनी सामने आने लगी है। देश में एक बार फिर कोरोना बम फूटा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कई महीनों के बाद देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 148 नए मामले सामने आए हैं।
जानकारी के अनुसार, देश के सभी अस्पतालों में इस समय कुल 808 मरीजों का कोविड का इलाज चल रहा है। इसका मतलब है कि तेजी से लोग इस बीमारी से संक्रमित हो रहे हैं। कोरोना के ये बढ़े हुए मामले भी तब सामने आए हैं जब चीन में एक रहस्यमयी बीमारी ने सभी को दहशत में डाल दिया है.
बढ़े कोरोना के मामले
बता दें कि कुछ महीने पहले चीन में एक अलग तरह के निमोनिया का पता चला था। चिंता की बात यह है कि यह निमोनिया सिर्फ बच्चों में ही सामने आया और कईयों को अस्पताल में भी भर्ती कराया गया। अब इस वक्त जब दुनिया इस नए वायरस को समझने की कोशिश कर रही है तो भारत में कोरोना एक बार फिर सिर उठा रहा हैं।
निमोनिया क्या है?
निमोनिया फेफड़ों का संक्रमण है जो बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण हो सकता है। यह विशेष रूप से अधिक उम्र में यानी बुजुर्गों और छोटे बच्चों में या कमजोर प्रतिरक्षा वाले रोगियों में गंभीर हो सकता है, जहां रोगियों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता होती है।
वॉकिंग निमोनिया क्या है?
वॉकिंग निमोनिया इसका का एक बहुत हल्का रूप है। अगर वॉकिंग निमोनिया “वॉकिंग निमोनिया की व्यापकता को व्यापक रूप से कम करके आंका गया है, इसका मुख्य कारण यह है कि रोग की प्रस्तुति आमतौर पर हल्की, स्व-सीमित होती है। ऐसे में मरीज़ हमेशा चिकित्सा के पास नहीं जाते हैं। इसका इलाज आसान है। इसके लिए अस्पताल में भर्ती होने की जरुरत नहीं पड़ती हैै।
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