Dharam Censor Board: बॉलीवुड के किंग खान यानी शाहरुख खान (Shahrukh Khan) की आने वाली फिल्म ‘पठान’ (Pathaan) 25 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। इस फिल्म पर लगातार कईं विरोध हो रहें है। लेकिन फिल्म पर बायकॉट ट्रेंड का कोई असर नहीं पड़ रहा है। बता दें कि अब उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में ‘माघ मेले’ में संतों ने एक ‘धर्म सेंसर बोर्ड’ की स्थापना की है जो अब फिल्मों, डॉक्यूमेंट्री, वेब सीरीज और मनोरंजन के दूसरे माध्यमों में हिंदू देवी-देवताओं और संस्कृति के अपमान पर कड़ी नजर रखेगा।
‘धर्म सेंसर बोर्ड’ की हुई स्थापना
आपको बता दें कि हिंदू परंपराओं की मानहानि को रोकने के लिए शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की अध्यक्षता में 10 सदस्यीय सेंसर बोर्ड का गठन किया गया है। गुरुवार को जारी बोर्ड की गाइड लाइन में सेंसर बोर्ड की तर्ज पर मनोरंजन कंटेंट दिखाया जाएगा। इस बारे में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बताया कि इस बोर्ड में धर्म और संस्कृति से जुड़े कईं दिग्गजों को शामिल किया गया है। लेकिन अभी तक वो खुद इस बोर्ड के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
इस तरह से काम करेगा ‘धर्म सेंसर बोर्ड’
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने बताया कि ये बोर्ड हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने वाले या संस्कृति को कोसने वाले वीडियो या ऑडियो के किसी भी फिल्मांकन या प्रसारण को रोकने के लिए एक मार्गदर्शक की तरह काम करेगा। सस्ती लोकप्रियता के लिए सनातन संस्कृति को विकृत करने वाली फिल्मों, सीरियल्स और वेब सीरीज का निर्माण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इसके अलावा शंकराचार्य ने कहा कि इसे सेंसर बोर्ड और सरकार की मदद के लिए बनाया गया है। बोर्ड सीरियल और वेब सीरीज बनाने वाले सभी फिल्म निर्माताओं और निर्देशकों से संपर्क कर उन्हें इस संबंध में सूचित करेगा। इसके बावजूद अगर आस्था को ठेस पहुंचाने वाली फिल्में बनाई गईं तो हिंदू समाज से उन्हें न देखने की अपील की जाएगी। इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर अपने तरीके से विरोध भी दर्ज कराया जाएगा।