Digital Effect For Eyes
इंडिया न्यूज।
Digital Effect For Eyes : लंबे समय तक कंप्यूटर(Computer) ,लैपटॉप(laptop) व मोबाइल (mobile phone)फोन चलाने पर लोग डिजिटल आई स्ट्रेन नामक स्थिति का अनुभव करते हैं। डिजिटल आई स्ट्रेन के सामान्य लक्षणों में आंखों की थकान, आंखों में ड्राईनेस, आंखों में जलन या खुजली, आंखों का लाल होना और सिरदर्द होना शामिल हैं। इन लक्षणों को उच्च-ऊर्जा या डिजिटल उपकरणों द्वारा उत्सर्जित “नीली रोशनी”(blue light) के अत्यधिक संपर्क के कारण माना जाता है।
इस बीमारी से संबंधित लक्षण
लंबे समय तक स्क्रीन पर देखने से आंखों पर स्ट्रेन पड़ सकता है जिससे आंखें थक जाती हैं। अगर आप कई घंटों तक छोटे-छोटे पिकसल्स को लागातर देखते रहेंगे, तो आप डिजिटल डिवाइसेज से निकलती नीली रोशनी को देखते हुए आंखों को कम झपकाएंगे और स्क्रीन की मूवमेंट आपकी आंखों के लिए ध्यान केंद्रित करना मुश्किल बनाएंगी।
हम अक्सर लैपटॉप, मोबाइल या किसी भी तरह की स्क्रीन को सही दूरी या एंगल पर नहीं रखते, जिसकी वजह से भी आंखों पर जोर पड़ता है। इन सभी चीजों की वजह से सिर दर्द, धुंधला दिखना, आंखों का रूखा होना, गर्दन व कंधे में दर्द होना आदि जैसी तकलीफें होती हैं।
बचाव
आंखों पर जोर पड़ना एक सामान्य स्थिति है, जो विशेष रूप से लंबे समय तक कंप्यूटर, फोन और टैबलेट सहित डिजिटल उपयोग की वजह से होती है। अगर आप अपनी आंखों की परेशानी को कम करने के लिए कदम उठाते हैं, तो आपकी आंखों पर बहुत अधिक डिजिटल स्क्रीन टाइम के प्रभाव से आसानी से बचा जा सकता है।”
हर 20 मिनट बाद 20 सेकेंड का ब्रेक लें और डिजिटल स्क्रीन को 20 फीट दूर रखें। आप साथ ही आई-ड्रॉप्स का उपयोग भी कर सकते हैं। लाइटिंग का ध्यान भी रखें ताकि आंखों पर स्ट्रेन कम पड़े। इसके अलावा हर आधे घंटे पर 5 मिनट का ब्रेक लेने से थकावट और स्ट्रेन दोनों से बचा जा सकता है। अगर यह आसान से टिप्स फॉलो करने के बावजूद आपको आराम नहीं मिलता है, तो हो सकता है कि आप आंख से जुड़ी किसी और तरह की दिक्कत से जूझ रहो हों। इसके लिए डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
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