इंडिया न्यूज, नई दिल्ली, (Disgruntled Congress Leader Prithviraj Chavan) : कांग्रेस के असंतुष्ट नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि ‘कठपुतली अध्यक्ष’ से पार्टी नहीं चल पाएगी। इसके लिए पार्टी के अंदर ठोस कदम उठाने होंगे। गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के जाने के बाद कांग्रेस के भीतर भारी उथल-पुथल है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने भी अपन तेवर सख्त दिखाते हुए रविवार को कहा कि “कठपुतली अध्यक्ष” बनाकर पार्टी को नहीं बचाया जा सकता। पार्टी को बचाने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
पार्टी को किसी अन्य विकल्प की करनी चाहिए तलाश
चव्हाण ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि यदि राहुल गांधी अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं तो पार्टी को किसी अन्य विकल्प की तलाश करनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी अध्यक्ष की नियुक्ति चुनाव के जरिए किया जाना चाहिए। अगर कठपुतली अध्यक्ष बनाकर बैकसीट ड्राइविंग करने की कोशिश की गई तो कांग्रेस नहीं बच पाएगी।
दुर्भाग्यपूर्ण है गुलाम नबी आजाद का त्यागपत्र
गुलाम नबी आजाद के त्यागपत्र के प्रश्न पर उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि आजाद का त्यागपत्र दुर्भाग्यपूर्ण है। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में चुनाव होने हैं। जम्मू-कश्मीर में एक बहुत ही कनिष्ठ तारिक हमीद कर्रा को राजनीतिक मामलों की समिति का प्रमुख बनाया गया था और आजाद साहब को सदस्य बनाया गया था। इसका क्या कारण था? इस पर चर्चा होनी चाहिए थी।
गुलाम नबी के आरोप उनके निजी विचार
राहुल गांधी पर गुलाम नबी के आरोपों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वह इस मामले में कुछ नहीं बालेंगे। ये उनके निजी विचार हैं। उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण मुद्दा यह है कि अगर राहुल गांधी ने कहा है कि न तो वह और न ही उनके परिवार से कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष होगा, तो उन पर विश्वास क्यों नहीं किया जाना चाहिए?
कांग्रेस में 24 वर्ष पहले हुआ था चुनाव
चव्हाण ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस के संविधान के अनुसार सभी पदों पर चुनाव होना चाहिए। 24 वर्ष पहले सीताराम केसरी के समय आखिरी बार संगठन का चुनाव हुआ था। अब सभी पदों पर अध्यक्ष द्वारा नामित लोग होते हैं। निर्वाचित लोग अध्यक्ष को सही सलाह देते हैं। नामित लोग ऐसा नहीं करते। इसी वजह से पार्टी हारती है।
कांग्रेस के जी-23 के सदस्य रहे हैं चव्हाण
कांग्रेस के जी 23 के सदस्य रहे चव्हाण ने कहा कि जी- 23 के पत्र के सुझाव के बाद पार्टी ने कुछ छोटे-छोटे कदम जरूर उठाए हैं। हमने चिंतन के लिए इसलिए कहा था कि हम दो लोकसभा चुनाव हारे, करीब 40 विधानसभा चुनाव हारे। इस पर कोई चिंतन शिविर हुआ क्या? अगर हम चिंतन नहीं करेंगे तो ऐसे ही चलता रहेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष के लिए जो पर्चा भरेगा वह सामने आएगा
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अशोक गहलोत और कुछ अन्य नेताओं के नामों की चर्चा पर चव्हाण ने कहा कि जिसको पर्चा भरना है, वो सामने आएगा। उल्टी प्रक्रिया क्यों खड़ी कर रहे हैं? आप पहले से नाम सुनिश्चित करेंगे और फिर चुनाव कराएंगे, ऐसा कभी होता है क्या? चुनाव कराइए, जिसको लड़ना होगा, वह लड़ेगा, जिसकों नहीं लड़ना होगा वह नहीं लड़ेगा।
17 अक्टूबर को अध्यक्ष के लिए होगी वोटिंग
बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए तारीख तय कर दी है। 17 अक्टूबर को पार्टी के नए अध्यक्ष के लिए वोटिंग की जाएगी। 19 अक्टूबर को इसकी काउंटिंग होगी। इससे पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी की वर्चुअल बैठक हुई। जिसमें अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और प्रियंका गांधी के साथ पार्टी सांसद राहुल गांधी के अलावा अन्य नेता भी शामिल हुए।
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