इंडिया न्यूज़ (मुंबई ) : शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय ने नोटिस देकर 28 जून को पूछताछ के लिए आने को कहा है,यह नोटिस उन्हें पात्रा चॉल जमीन घोटाले केस में दिया गया है,महाराष्ट राजनीतिक संकट के बीच दिए इस नोटिस पर बवाल खड़ा हो गया है, इस पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय राउत ने कहा की भले मेरा सर धड़ से अलग कर दो पर मैं गुवाहटी वाला रास्ता पर नहीं जाऊंगा.

क्या है पात्रा चॉल जमीन घोटाला.

साल 2007 में महराष्ट्र एरिया विकाश प्राधिकरण ने मुंबई के पात्रा चॉल के पुनःविकाश का ठेका गुरुआशिष कंस्ट्रकशन नाम की एक कंपनी को दिया जो हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इफ्रास्ट्रक्टर लिमिटेड की एक इकाई की रूप में काम करती है, इसमें गुरुआशिष कंस्ट्रशन को 672 फ्लैट्स पात्रा चॉल में रहने वालो को और करीब 3000 फ्लैट्स महराष्ट्र एरिया विकाश प्राधिकरण को देना था,आरोप है की इससे जुड़े जमीनों और फ्लैट्स के लेन-देन में करीब 1034 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ ,गुरुआशिष कंस्ट्रक्शन के निदेशकों में से एक परवीन राउत को ईडी ने फरवरी 2020 में गिरफ्तार किया था इसे शिवसेना नेता संजय राउत का करीबी माना जाता है,ईडी ने अनुसार प्रवीण राउत की पत्नी ने संजय राउत की पत्नी को 55 लाख रुपये लोन के रूप में दिए मुंबई के अलीबाग में फ्लैट खरीदने के लिए,इस मामले में ईडी संजय राउत से पूछताछ करना चाहती है,ईडी के अनुसार प्रवीण राउत ने संजय राउत के होटल का भुगतान और हवाई जहाज के किराए का भुगतान किया ,ईडी अब तक प्रवीण राउत से जुड़े 9 करोड़ की सम्पति को जब्त कर चुकी है.