India News (इंडिया न्यूज़), Difference Between Flag Unfurl and Flag Hoisting: 15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस है। जो 1947 में ब्रिटिश शासन से देश की मुक्ति की याद में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण अवकाश है। यह दिन कक्षा 1, 2 और 3 के बच्चों को कलात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से स्वतंत्रता के अर्थ की जांच करने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है। इस दिन के ऐतिहासिक महत्व को समझने में युवा शिक्षार्थियों की सहायता करने के अलावा, अंग्रेजी में स्वतंत्रता दिवस के बारे में एक निबंध लिखना उन्हें स्वतंत्रता, एकता और देशभक्ति के आदर्शों पर विचार करने के लिए आमंत्रित करता है।
भारत इस साल अपना 77 वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधानी दिल्ली के लाल किला से भारतीय तिरंगा को फहराएंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फ्लैग अनफर्ल और फ्लैग होस्टिंग एक हैं या अलग। चलिए जानते हैं कि 26 जनवरी और 15 अगस्त को तिंरगा फहराने के तरीकों में क्या अंतर है।
- आ रहा 15 अगस्त
- Flag Unfurl और Flag Hoisting
- Flag Unfurl और Flag Hoisting में क्या अंतर?
Flag Unfurl और Flag Hoisting
देश में हर साल 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) और 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) दोनों ही दिन भारतीय तिरंगे को फहराते हैं। लेकिन बहुत लोग ये नहीं जानते हैं कि दोनों की दिन तिरंगे को फहराने के तरीके में एक बड़ा अंतर होता है। अगर 26 जनवरी की बात करें को राष्ट्रपति इस दिन ध्वज फहराते हैं। वहीं 15 अगस्त पर देश के प्रधानमंत्री के द्वारा ध्वजारोहण करने का नियम है। इसके बाद भी दोनों में एक बड़ा अंतर है। 15 अगस्त को जहां ध्वजारोहण होता है तो वहीं 26 जनवरी को झंडा फहराया जाता है।
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Flag Unfurl और Flag Hoisting में क्या अंतर?
स्वतंत्रता दिवस के दिन राष्ट्रीय ध्वज फहराने से पहले उसे बांधकर पोल (खंभे) पर रखने का नियम है। ऐसे में जब देश के पीएम राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए डोरी खींचते हैं इससे सबसे पहले तिरंगा ऊपर उठता है और फिर उसे फहराया जाता है। इस प्रक्रिया के कारण इसे ध्वजारोहण (फ्लैग होस्टिंग) कहते हैं।
इसके अलावा अगर आप गणतंत्र दिवस की बात करें तो इस दिन झंडा फहराने से पहले ही उसे बांधकर पोल के सबसे शीर्ष पर बांधे रखने का नियम है। फिर जब राष्ट्रपति डोरी खींचते हैं, तो वह फहरने लगता है। तभी इसे झंडा बंधन या झंडा फहराना (फ्लैग अन्फर्ल) भी कहा जाता है।
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