Gujarat Results 2022: गुजरात में भारतीय जनता पार्टी बड़ी संख्या से जीत की तरफ है, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की हालत बुरी है. वहीँ असदुद्दीन ओवैसी का मुस्लिम कार्ड काम नहीं आया. उन्होंने मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में लोगों का दिल जीतने की चाहे कोशिश की हो लेकिन मुस्लिमों ने गुजरात में ओवैसी को सिरे से नकार दिया। ओवैसी ने आंसू भी बहाए लेकिन उनके आंसुओं का भी कोई असर गुजरात की जनता पर नहीं पड़ा और नतीजतन गुजरात में असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM की फजीहत हुई और उन्हें NOTA से भी कम वोट मिले।

स्लॉटर हाउस का मुद्दा भी नहीं चल पाया

गुजरात में अब तक के रुझानों पर अगर नज़र डालें तो ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी का खाता खुलता नहीं दिख रहा है. वहीं एआईएमआईएम को केवल 0.33 प्रतिशत वोट मिले हैं जोकि नोटा से भी कम हैं. एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने गुजरात में बड़े पैमाने पर चुनाव प्रचार किया था. उन्होंने स्लॉटर हाउस का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था, लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया और उसका कोई खास असर नहीं दिखा।

मुस्लिम बहुल सीट पर भी पिछड़े

असदुद्दीन ओवैसी गुजरात में खुद को ऐसा प्रदर्शित करने की कोशिश कर रहे थे जैसे वो मुस्लिमों के सबसे बड़े हित हैं लेकिन मुसलामानों ने उन्हें अपना हित नहीं माना, ओवैसी ने खुद को मुस्लिम हितैषी बताते हुए वोट मांगे थे, लेकिन उनका उम्मीदवार गुजरात की मुस्लिम बहुल जमालपुर-खड़िया सीट पर भी तीसरे नंबर पर चल रहा है. यहां से मौजूदा कांग्रेस विधायक इमरान खेड़ावाला सबसे आगे चल रहे हैं जबकि बीजेपी उम्मीदवार भूषण भट्ट दूसरे नंबर पर हैं.

वहीं एआईएमआईएम के उम्मीदवार साबिर काबलीवाला तीसरे स्थान पर हैं. साबिर काबलीवाला ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं लेकिन उन्हें इस चुनाव में अभी तक केवल 12 प्रतिशत वोट मिले हैं. ओवैसी का कोई भी कार्ड गुजरात की जनता पर असर नहीं कर सका और गुजरात की जनता ने उन्हें बता दिया कि यहां बीजेपी के अलावा कोई भी पार्टी की जगह नहीं है.