India News ( इंडिया न्यूज़ ) Health News :   बवासीर (पाइल्स) का रोग होना काफी सामान्य है। जो गुदा भाग की नसों में सूजन के कारण प्रकट होता है। यह रोग आमतौर पर प्रेगनेंसी, उम्रकांतता, उच्च रक्तचाप, अधिक बैठने की वजह से या अव्यवस्थित खान-पान के कारण हो सकता है। इसके लक्षणों में खून आना, मस्से, खुजली, दर्द और अनुवांशिकता शामिल होती है। यह रोग का समय पर उपचार न करने से गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। इसलिए बवासीर के लक्षणों को नजरअंदाज न करते हुए समय रहते इलाज करवाना जरूरी है। बवासीर के लक्षण विभिन्न प्रकार से हो सकते हैं।

आंतरिक बवासीर

यह नसों की सूजन के कारण गुदा के अंदर बनता है और खून के साथ मस्से बाहर निकल सकते हैं।

बाह्य बवासीर

इसमें गुदा के बाहर मस्से बनते हैं जो दर्द, खुजली और रक्तस्राव का कारण बनते हैं। बवासीर का उपचार विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है।

आहार में सुधार और पानी का सेवन

अपने आहार में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि फल, सब्जियां, अनाज, दालें शामिल करें। इससे पाचन शक्ति मजबूत होगी और एकाग्रता बढ़ेगी। रोजाना यथाशक्ति पानी पिएं, क्योंकि पानी से शरीर में मौजूद विषैले तत्व बाहर निकलते हैं। और पाचन क्रिया सुधारती है।

व्यायाम और स्थायी उपचार

नियमित व्यायाम करना बवासीर से बचने के लिए मददगार होता है। योग और प्राणायाम भी फायदेमंद सिद्ध हुए हैं। गंभीर मामलों में जब दवाइयां नहीं काम करतीं तो चिकित्सा के अनुसार बवासीर का स्थायी उपचार किया जा सकता है। इसमें सर्जिकल प्रक्रिया के माध्यम से इलाज किया जा सकता है।

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