नई दिल्ली (Hindenburg Report): हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से ही देश के कई हिस्सों में अडानी मुद्दे को लेकर विपक्ष ने विरोध प्रदर्शन करना शुरु कर दिया। कांगेस के नेता व लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को अडानी के मुद्दे को लेकर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी का भी अडानी के साथ अच्छा संबंध है। इसी वजह से ममता बनर्जी पीएम मोदी और अडानी के खिलाफ कुछ नहीं बोलना चाहती हैं।
अधीर रंजन ने कहा कि मुझे लग रहा है कि ममता का अडानी से अच्छा संबंध है। बंगाल में ताजपुर में पोर्ट बनाया जा रहा है। पीएम मोदी और ममता के संबंधों में हाल ही में बदलाव देखा गया है। वह पीएम मोदी और अडानी के खिलाफ बोलने से परहेज कर रही हैं। ममता बनर्जी को हम फाइटर कहते थे लेकिन वो इन दिनों शांत दिख रही है।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के आरोपों की निष्पक्ष जांच की मांग
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी पर लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष होनी चाहिए और पता लगना चाहिए कि आरोप गलत हैं या सही। वहीं मनीष तिवारी ने अडानी के मुद्दे पर सेबी को भी पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि मैंने अडानी के मुद्दे पर सेबी के अध्यक्ष को पत्र लिखा है, क्योंकि नियामक प्रक्रिया दांव पर लगी है। इसलिए सेबी की विश्वसनीयता को बहाल करने के लिए अडानी पर आरोपों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
हिंडनबर्ग में अडानी पर लगे आरोप
अमेरिका की निवेश रिसर्च कंपनी ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ ने 24 जनवरी को एक रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमें अडानी ग्रुप पर शेयर बाजार में “हेरफेर और मनी लॉन्ड्रिंग” के आरोप लगाए गए। रिपोर्ट के आने के बाद से ही अडानी समूह की कंपनियों से जुड़े शेयरों में गिरावट देखी जा रही है। इसी रिपोर्ट को लेकर विपक्ष सरकार को घेर रही है।
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