इंडिया न्यूज़(दिल्ली):विदेशों में रहने वाली भारतीय आबादी में लगातार वृद्धि के कारण भारत को पासपोर्ट और कांसुलर सेवाओं को बढ़ाने की जरूरत है, दुनियाभर में राजयनिक सेवा देने वाली सबसे बड़ी आउटसोर्सिंग कंपनी वीएफएस ग्लोबल का कहना है की ऐसा करने से विदेशों में रहने वाले भारतीयों को फ़ायदा होगा, उन्हें सुविधाएं जल्दी और सुगम तरीके से मिलेंगी.
वीएफएस ग्लोबल अभी दुनिया के 9 देशों-यूके, यूएस, थाईलैंड, नीदरलैंड, स्पेन, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया में 70 लाख भारतीय को पासपोर्ट और कांसुलर सेवा मुहैया करवा रही है, संयुक्त राष्ट्र के अंतराष्ट्रीय प्रवासों के आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 280 मिलियन के लोग अपने देश के बाहर रहते है और काम करते है, वीएफएस ग्लोबल अभी दुनिया के 18 सरकारों के साथ मिलकर दुनिया के 36 देशों में पासपोर्ट और कांसुलर सेवा उपलब्ध करवा रही है.
वीएफएस ग्लोबल के मुख्य वाणिज्य अधिकारी जीतेन व्यास ने कहा की हम नागरिक और पहचान सेवा पोर्टफोलियो के माध्यम से दुनिया भर में बढ़ती प्रवासी आबादी को सेवा देते है, जो पासपोर्ट सेवाओं के अलावा, राष्ट्रीय आईडी, परमिट और लाइसेंसिंग जैसे विभिन्न प्रकार के आवेदन क्षेत्रों में सुरक्षित और बायोमेट्रिक-सिस्टम से लैस सेवाएं प्रदान करता है.
जीतेन व्यास ने आगे कहा की प्रवासन में वृद्धि ने दस्तावेज़ वैधीकरण, जन्म, मृत्यु, विवाह पंजीकरण और ड्राइविंग लाइसेंस नवीनीकरण की मांग को भी तेज कर दिया है, हमारा इन्फ्रास्ट्रक्चर एक बहुभाषी कॉल सेंटर से लैस है जिसमें प्रशिक्षित कर्मचारी ईमेल और कॉल के माध्यम से प्रश्नों का जवाब देते है.
व्यास के अनुसार हमारी सेवा ने सरकारों को प्रवासियों को सुरक्षित, उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं, एक परेशानी मुक्त और सुविधाजनक तरीके से प्रदान करने में भी मदद की है, चाहे वे दुनिया में कहीं भी हों। वीज़ा आवेदन कार्यक्षेत्र में अपने मजबूत अनुभव और 400 से अधिक शहरों और 140 से अधिक देशों में एक व्यापक वैश्विक नेटवर्क का लाभ उठाते हुए, वीएफएस ग्लोबल पासपोर्ट आवेदनों को संसाधित करने और कुशल कांसुलर सेवाओं के प्रावधानों के लिए सरकारों को समग्र, प्रशासनिक समाधान प्रदान करता है.
प्रवासी गठबंधन के अनुसार, प्रवासी आबादी केवल पांच दशकों में तीन गुना हो गई है – लगभग 75 मिलियन से 230 मिलियन से भी अधिक.