India News(इंडिया न्यूज),Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच चल रहा युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। वहीं इजरायल द्वारा गाजा पर लगातार हमले से पूरी दुनिया कांप उठी है। जहां एक सवाल सबके मन में आ रहा है कि, ये युद्ध कब खत्म होगा और कैसे खत्म होगा। जिसके बाद इस सवाल के जवाब में पोप फ्रांसिस ने इजरायल और फलस्तीन के बीच दो-राष्ट्र समाधान की वकालत करते हुए कहा कि,वर्तमान युद्ध को समाप्त करने के लिए इस्राइल और फलस्तीन के लिए दो-राष्ट्र समाधान की जरूरत है। युद्ध में हमेशा हार होती है।

पोप फ्रांसिस का बयान

जानकारी के लिए बता दें कि, साथ साक्षात्कार में पोप फ्रांसिस ने कहा कि इस्राइल और फलस्तीन दो लोगों की तरह हैं, जिन्हें एक साथ रहना है। इसके लिए बुद्धिमान समाधान है- दो देश आगे उन्होंने कहा, ओस्लो समझौता अच्छी तरह से परिभाषित दो देश और एक विशेष दर्जे वाले यरूशलम की वकालत करता है। इसके साथ ही पोप फ्रांसिस ने उम्मीद जताई है कि, सात अक्तूबर को इस्राइल पर फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास के हमले के बाद शुरू हुए युद्ध के क्षेत्र में विस्तार होने टाला जा सकता है।

जानिए क्या है ओस्लो समझौता

जानकारी के लिए बता दें कि, वर्ष 1993 में, तत्कालीन इस्राइली प्रधानमंत्री यित्ज़ाक राबिन और फलस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन के नेता यासिर अराफात ने नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में हुई एक बैठक में फलस्तीनी स्वायत्तता देश की स्थापना के लिए हाथ मिलाया था, जिसे ओस्लो समझौता के नाम से जाना जाता है। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, इस्राइली प्रधानमंत्री एहुद बराक और यासिर अराफात ने 2000 में कैंप डेविड शिखर सम्मेलन में भाग लिया, लेकिन अंतिम शांति समझौता नहीं हो सका था।

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