इंडिया न्यूज, मुंबई:
Jackie Shroff फिल्मी करियर के बारे में कई राज साझा किए। उन्होंने कहा कि वे देव आनंद जी के के आभारी हैं। जैकी श्रॉफ ने देवआनंद के साथ अपनी पहली मुलाकात का मजेदार किस्सा सुनाया। इसके अलावा जैकी ने पंचगनी का एक किस्सा सुनाया, जब काली दीवार पर देव आनंद चढ़ गए थे।
Jackie Shroff ने देव आनंद से अपनी इस मुलाकात पर बातें करते हुए कहा, ‘उनके बेटे सुनील आनंद मुझे उनसे मिलने लेकर गए थे। मुझे लगता है कि उन्होंने उस सुबह मेरा कोई ऐड देखा होगा और जब मैं उनके बेटे के साथ उनके सामने खड़ा था तो उन्होंने कहा- सुबह-सुबह तुम्हारी तस्वीर देखी थी और शाम को तुम मेरे सामने खड़े हो। तुम्हें एक रोल दूंगा मैं। उन्होंने मुझे एक रोल दिया।
सबकुछ इतनी जल्दी हुआ कि मुझे यकीन नहीं हो रहा था। मुझे सेकंड लीड का रोल मिल गया था। जाहिर है, लीड रोल में खुद देव साहब थे। उसके 15 दिनों बाद उन्होंने मुझे कॉल किया। मैं उनसे फिर मिलने पहुंचा, उन्होंने बताया कि उन्होंने मेरा रोल मिथुन के दे दिया है। मैं सेकंड लीड हीरो से सेकंड लीड विलन (शक्ति कपूर के बाद) बन चुका था। 15 दिनों में मेरा डिमोशन हो गया।’
जैकी से पूछा गया कि क्या उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की? इसपर जैकी ने कहा- यह मेरे लिए देव आनंद साहब की तरफ से आशीर्वाद था कि उनका हाथ मेरे सिर पर था। मेरे ऐक्टिंग करियर को संवारने में उनका ही हाथ है। यह बीज उन्होंने ही बोया था।
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जैकी ने बताया, ‘देव आनंद कभी एक जगह शांति से नहीं बैठा करते थे। हमेशा खड़े रहते, डायरेक्ट करते रहते और हमेशा ऐक्टिव रहते। मुझे याद है कि पंचगनी में एक स्ट्रक्चर था जहां काली दीवार थी, उसकी हाइट 15 फीट ऊंची थी। वह उसपर चढ़ गए और कैमरामैन से क्लोजअप लेने को कहा। कैमरामैन ने पूछा- सर कैसे चढ़ूं मैं? इसपर उन्होंने कहा- जब मैं चढ़ सकता हूं तो तुम क्यों नहीं? सर, यंग से यंग थे।’