India News (इंडिया न्यूज़) Jharkhand : झारखंड के पूर्व उप मुख्यमंत्री और All Jharkhand Students Union (AJSU) के सुप्रीमो सुदेश महतो का जातीय गणना के मुद्दे पर बीजेपी से अलग राय है। बीजेपी जातीय गणना के मसले पर चुप है पर झारखंड में एनडीए के इकलौते सहयोगी दल आजसू ने जातीय गणना पर बीजेपी से अलग है।
AJSU ने बोला हमला
बता दें कि सुदेश महतो ने हेमंत सरकार पर हमला करते हुआ कहा कि हेमंत सिर्फ चिट्टी लिखकर बरगलाना बंद करें और जल्द जातीय गणना करवाएं। सुदेश के मुताबिक यह मुख्यमंत्री के एकाधिकार का विषय है।
आजसू प्रमुख ने कहा कि जातीय गणना हर वर्ग के लोगों के लिए बेहद जरूरी है। क्योंकि आने वाले समय ने इसी आधार पर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। जिससे अंतिम पंक्ति पर बैठे लोगों का विकास हो पाएगा। आजसू पार्टी शुरू से ही झारखंड में जाति आधारित जनगणना के पक्ष में थी। पहले भी इस पार्टी ने लोकसभा और विधानसभाओं में ओबीसी महिलाओं की आरक्षण को लेकर मुखर थी।
आजसू पार्टी ने किया ऐलान
खबरों के मुताबिक रांची मे हुए तीन दिवसीय महाधिवेशन के समाप्ति के बाद आजसू ने पार्टी संगठन के विस्तार और केंद्रीय समिति में ज्यादा से ज्यादा महिला पदाधिकारी को रखने का ऐलान कर चुकी है। पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो फिलहाल एनडीए में है। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी से अलग होकर ये पार्टी अपने बलबूते लड़ी थी और 51 सीटों में बीजेपी को नुकसान पहुंचाया था। इसी वजह से झारखंड में रघुवर की सरकार दुबारा नही बनी थी। इस बार भी पार्टी राज्य में जातीय गणना कराने की जोरदार वकालत कर रही है।
आजसू पार्टी ने बिहार में जातीय गणना के डेटा प्रकाशित करने के लिए कहा है। दरअसल झारखंड में कुरमी जाति की तादाद अधिक है। इसलिए पार्टी को उम्मीद है की जातीय गणना के बाद समाज को गोलबंद करने में आसानी होगी।
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