India News (इंडिया न्यूज),Joint Pain: बारीश का मौसम एक ऐसा मौसम है जो जिंदगी में खुशहाली भर देता है लेकिन बारिश के साथ-साथ कई परेशानियां भी साथ लाता है। इस मौसम में बीमारी का खतरा रहता है जिससे लोगो की तबियत खराब हो जाती है। इसके अलावा बारीश में जोड़ों का दर्द और पुरानी चोट का दर्द भी परेशान करता है। बारिश के मौसम में जोड़ों का दर्द बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं। यह एक सामान्य फेनोमेना है और इसके पीछे कुछ मुख्य कारण हैं

जोड़ो के दर्द का कारण

ठंडी और नमी:

बारिश के मौसम में तापमान कम होता है और वातावरण ठंडा और नमीभरा होता है। यह वातावरण जोड़ों को सख्त बना सकता है, जिससे जोड़ों में दर्द हो सकता है।

विटामिन D की कमी:

बारिश के मौसम में सूर्य की किरणें कम दिखती हैं, जिससे विटामिन D की कमी हो सकती है। विटामिन D जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होता है और इसकी कमी भी जोड़ों में दर्द का कारण बन सकती है।

जलन:

बारिश के समय, जलन के कारण स्वल्प पानी या गीले जगहों का संपर्क जोड़ों को हो सकता है। इससे जोड़ों की संरचना पर असर पड़ सकता है और दर्द हो सकता है।

वातावरणिक बदलाव:

जब मौसम बदलता है, तो वातावरण में नमी, ठंडी, और आब्राम्सी प्रभाव से जोड़ों के प्रति प्रभावित होता है।  बारिश के मौसम में कुछ लोगों को वातावरण से संबंधित एलर्जी हो सकती है, जो जोड़ों में दर्द या सूजन का कारण बन सकती है।

ज्यादा शारीरिक गतिविधि:

ठंडी और बारिशी मौसम में, लोग अपनी शारीरिक गतिविधियों को कम करते हैं जिससे जोड़ों में खिंचाव पड़ सकता है और दर्द हो सकता है।

आब्राम्सी प्रभाव:

जब बारिश आती है, तो आब्राम्सी प्रभाव बदलता है। यह मौसम बदलाव जोड़ों के आसपास की संरचना को प्रभावित करता है और इससे जोड़ों में दर्द हो सकता है।

ध्यान दें कि यह संभव कारण हो सकते हैं, लेकिन हर व्यक्ति की स्थिति अलग होती है और इनमें से किसी एक कारण या उनके संयोग से ही जोड़ों में दर्द होना संभव है। यदि आपको बारिश के मौसम में जोड़ों के दर्द महसूस हो रहा है, तो आपको एक विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लेना सबसे अच्छा होगा जिससे सही निदान और उपचार कराया जा सके।

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