India News (इंडिया न्यूज), Kedareshwar Cave: मुंबई के अहमदनगर जिले में स्थित केदारेश्वर गुफा मंदिर, हरिश्चंद्र पहाड़ी किले पर बसा है। इस मंदिर का निर्माण 6ठी शताब्दी में कलचुरी राजवंश ने किया था, लेकिन किले की गुफाएं 11वीं शताब्दी में मिलीं। मंदिर के अंदर शिवलिंग प्राकृतिक रूप से निर्मित है। उसकी अद्भुतता व गुप्तता हर किसी को मोहित कर देती है।
एक स्तंभ पर मंदिर
बता दें कि गुफा के चार स्तंभों में से तीन गिर चुका है। पूरा मंदिर केवल एक स्तंभ पर खड़ी है। ऐसा माना जाता है कि अगर आखिरी खंभा टूट गया तो दुनिया खत्म हो जाएगी। चार स्तंभों में से एक ही स्तंभ जमीन से जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि ये स्तंभ चार युगों ( सत्य युग, त्रेता युग, द्वापर युग और कलियुग) का प्रतिनिधित्व करते हैं। यहां की अनूठी गुप्तता और रहस्यमय संरचना हर किसी को विचित्र लगती है।
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पानी में भी चमत्कार
मंदिर के पास तीन गुफाएं हैं, और दाहिनी गुफा में एक 5 फीट का शिवलिंग स्थापित है। जो बर्फ के ठंडे पानी के बीच में है। गर्मियों में जहां ये पानी बर्फीला ठंडा होता है। वहीं सर्दियों में यह गुनगुने पानी में बदल जाता है। साथ ही कहा जाता है कि शिवलिंग के आसपास के ठंडे पानी में डुबकी लगाने से सारे पाप धुल जाते हैं। इसके अलावा, मंदिर तक पहुंचने के लिए पहाड़ियों के बीच ट्रैकिंग का अनुभव भी अद्वितीय है। इस मंदिर को किले के अंदर 4,671 फीट ऊंचाई पर बनाया गया।