Kejriwal Meeting With Punjab AAP MLAs
रोहित रोहिला, चंडीगढ़:
Kejriwal Meeting With Punjab AAP MLAs: पंजाब की आप सरकार में अफसरों को ही नहीं अब मंत्रियों की परफोर्मेश चेक की जाएगी। अगर कोई मंत्री भी अपने विभाग में ठीक ढंग से काम नहीं करेगा तो उसे बदलने के बारे में विचार शुरू हो जाएंगा। क्योंकि सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) की सरकार लोगों के बीच एक मिसाल कायम करना चाहती है। आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की सरकार बनने के बाद आप सुप्रीमों अरविंद केजरीवाल (AAP supremo Arvind Kejriwal) ने पंजाब के विधायकों की क्लास ली।
केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों के साथ एक वर्चुअल मीटिंग (virtual meeting) कर विधायकों को हिदायते देते हुए साफ कर दिया कि अगर विधायक और मंत्री काम नहीं करेंगे तो उनको जनता बदलने से भी गुरेज नहीं करेगी। इस मीटिंग में पंजाब सरकार (Punjab Government) के नए बने मंत्रियों (ministers) के अलावा सीएम भगवंत मान एवं अन्य विधायक (Legislator) भी शामिल हुए। इस मीटिंग के दौरान केजरीवाल ने कुछ मामलों को दो टूक शब्दों में मीटिंग में मौजूद विधायकों को कडा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि 5 सालों में सूबे के तीन करोड लोगों का दिल जीतना है।
सीएम मंत्रियों को देंगे टारगेट
केजरीवाल ने इस मीटिंग के दौरान साफ किया कि सीएम भगवंत मान अपने मंत्रियों को हर महीने का टारगेट देंगे। इसके बाद यह देखा जाएगा कि इन मंत्रियों ने सीएम द्वारा लोगों के काम से जुडे टारगेट को पूरा किया या नहीं। केजरीवाल ने बातों ही बातों में यह भी साफ कर दिया कि अगर किसी मंत्री की वर्क परफोर्मेश अच्छी नहीं रही तो उसे बदलने से पार्टी या सीएम बिल्कुल गुरेज नहीं करेंगे। उन्होंनें कहा कि लोगों ने उन्हें बनाया है इस लिए लोगों की बात तो माननी ही होगी।
मंत्री नहीं बन पाने वालों को भी नसीहत
मीटिंग के दौरान केजरीवाल ने मान कैबिनेट (Mann Cabinet) में जगह नहीं पा सकने वाले विधायकों को साफ कहा कि सूबे के लोगों ने पार्टी के 92 विधायकों को जीता कर विधानसभा पहुंचाया है। लेकिन सभी 92 विधायकों को मंत्री पद नहीं दिया जा सकता है। ऐसे में विधायकों को यह सोचना चाहिए कि बतौर विधायक उनकी भी कुछ जिम्मेदारियां है और वह अपने क्षेत्र के लोगों के काम रवाए। केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोगों ने कहा कि उनका इस पद पर हक था। उन्होेंने कहा कि विधायक के रूप में वह अपने हल्के के काम सीएम और मंत्रियों से करवाए। उन्होने कहा कि 95 फीसदी पहली बार एमएलए बने है। क्या उन्होंने कभी सोचा था कि कभी विधायक भी बनेंगे।
अधिकारियों और थानेदारों को बदलवाने नहीं जाए
केजरीवाल ने कहा कि वह सीएम भगवंत मान की उस बात से सहमत है कि विधायक चंडीगढ ना बैठ कर अपने हल्कों में घूमें। उन्होंने कडे शब्दों में अपने विधायको को यह संदेश दिया कि कोई भी विधायक अपने हल्के के डीसी (DC), एसएसपी (SSP) या थानेदार (SHO) को बदलवाने सीएम या किसी मंत्री के पास नहीं जाए। अगर कोई लोगों के काम नहीं करता है या विधायक के कहने के बाद भी लोगों के काम नहीं करता है तो इसकी शिकायत सीएम से करे। सीएम तय करेंगे कि ऐसे अधिकारयिों पर क्या एक्शन लेना है।
अब ईमानदार और काम करने वाले अफसरों की होगी तैनाती
मीटिंग के दौरान यह तय हुआ कि सूबे में अब काम करने वाले और ईमानदार अफसरों को तैनात किया जाएगा। ताकि ऐसे अफसर बिना किसी के दबाव में आए लोगों के काम करे। सीएमओ ऐसे अधिकारियों की जल्द ही तैनाती करेगा। जिससे सरकार के प्रति लोगों का विश्वास और बढे।
बेईमानी और पैसे की हेरा फेरी नहीं होगी बर्दाश्त
आप सुप्रीमो केजरीवाल ने स्पष्ट एवं कडे शब्दों में अपने विधायकों को चेतावनी दी कि वह बेईमानी और जनता के पैसों की हेराफेरी को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके लिए अगर किसी विधायक या मंत्री पर एक्शन लेना पडा को कतई गुरेज नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे मामले में किसी को कोई मौका नहीं दिया जाएगा और उसके खिलाफ तुंरत एक्शन लिया जाएगा। जहां ऐसे मामलों में जो आम लोगों को सजा मिलती है मंत्रियों और विधायकों को उससे दोगुनी सजा मिलेगी।
विधायकों को अधिकारियों से नम्रता से पेश आने की हिदायत
सूबे में आप की सरकाकर बनते ही कुछ विधायकों के अधिकारियों को देख लेने की धमकी देने के विडियो वायरल होने के बाद इस मामले में केजरीवाल ने मीटिंग अपने विधायकों से कहा कि वह थाने ,तहसीलों और अस्पतालों में जाकर जो चेकिंग कर रहे है वह अच्छी बात है। लेकिन अधिकारियों से बदतमीजी या धमकी भरे अंदाज में पेश आने से गुरेज करने की नसीहत दी है। उन्होंने विधायकों को सबसे इज्जत से पेश आने को कहा है। केजरीवाल ने कहा कि हमे सिस्टम को बदलना है।
मान के एक्शन की भी तारीफ की
मीटिंग के दौरान केजरीवाल ने मान के कई फैसलों की तारीफ की। उन्होंने साफ किया कि सूबे में 25 हजार पदों को लेकर कोई भी विधायक या मंत्री किसी प्रकार की सिफारिश लेकर नहीं जाए। सभी युवाओं को मेरिट के आधार पर नौकरी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मान द्वारा भ्रष्टाचार पर कंट्रोल करने के लिए हेल्पलाइन नंबर शुरू करना अच्छा कदम है। माइनिंग को भी रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे। विधायकों को 24 में से 20 घंटे काम करने की नसीहत देते हुए कहा कि किसी को भी उनके सहयोग की जरूरत हो तो उनसे मिल सकता है।
भाजपा अभी तक सरकार तक नहीं बना पाई
केजरीवाल ने कहा कि चार राज्यों में चुनाव जीतने के बाद भाजपा (BJP) ने जनता का काम करना तो दूर, अभी तक अपने नए मुख्यमंत्री भी नहीं बना पाई है। भगवंत मान मुख्यमंत्री भी बन गए और लोगों के लिए कई ऐतिहासिक फैसले भी किए हैं। मान साहब ने पिछले तीन दिनों में पंजाब की जनता के लिए जबरदस्त काम किया है। विधायक चंडीगढ़ में रहने के बजाए अपने हलके के आप कार्यकर्ताओं-नेताओं के साथ पिंडों और मोहल्लों में जाएं। लोगों की समस्याएं सुने और उनका काम करें।
माफिया से तंग आ चुके है लोग
पंजाब के लोग कांग्रेस-अकाली-भाजपा के भ्रष्टाचार और माफिया शासन से तंग आ चुके थे। इसीलिए रिवाईती पार्टियों के बड़े-बड़े दिग्गजों को लोगों ने हरा दिया और हमारे साधारण उम्मीदवारों को भारी बहुमत से जिताया। हमें इस जीत के मायने समझ कर लोगों के लिए काम करना है और पंजाब को तरक्की के रास्ते पर ले जाना है। मान ने कहा कि लोगों ने हमें अपने दुख-दर्द दूर करने के लिए मुख्यमंत्री बनाया है और हरे रंग की कलम सौंपी है। हमने पहले दिन ही उस हरे रंग की कलम का इस्तेमाल बेरोजगार नौजवानों की तकलीफ दूर करने के लिए किया है। आगे भी इस कलम का इस्तेमाल लोगों की रोजी-रोटी और सुख-सुविधा के लिए करेंगे।
रिपोर्ट नेगीटिव आने पर काट दी जाती है टिकट
मान ने विधायकों को चेतावनी देते हुए कहा कि दिल्ली में आप विधायकों के काम का सर्वे कराया जाता है। जिन विधायकों की सर्वे रिपोर्ट निगेटिव आती है, उन सबकी टिकट काट दी जाती है। 2020 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में ऐसे 11 विधायकों की टिकट काट दी गई। पंजाब के विधायकों के काम का भी सर्वे कराए जाएंगे। इसलिए सभी विधायक अपने हलके में एक स्थायी कार्यालय खोलें और वहां मौजूद रहें। लोगों की समस्याएं सुनें और समय पर उसका समाधान करने की कोशिश करें।
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