सूरत। आज के समय बाजार में मिलने वाली ज्यादातर सब्जियों और फलों में दवाई का छिड़काव किया जाता है जो कि हमारे स्वास्थ्य को बहुत प्रभावित करता है। ऐसे में बाजार से बिना दवाइयों के छिड़काव वाली सब्जियां और फल कहां से लें ये जानना काफी मुश्किल भरा भी है। What are the benefits of organic farming
30-35 प्रकार की मौसमी सब्जियां उगाती है अनुपमा
ऐसे में सूरत के भटार इलाके में स्थित कबीर निकुंज नाम की सोसायटी में एक बंगले की मालिक अनुपमा देसाई को जब अपने परिवार और खुद के स्वास्थ्य की चिंता हुई तो उन्होंने अपने घर की छत पर शुद्ध आॅर्ग़ेनिक सब्जियां और फल उगाने शुरू कर दिए। अनुपमा देसााई पिछले 7-8 साल से आॅर्गेनिक सब्जियां और फल की पैदावार करती आ रही हैं। अनुपमा देसाई इस समय 18-20 प्रकार के फ्रूट प्लांट और 30-35 प्रकार की मौसमी सब्जियों की खेती करती हैं। अनुपमा देसाई के अपने पूरे परिवार सहित फल और सब्जियों की पूर्ति अपनी छत से करती हैं। अनुपमा देसााई बाजार की फल और सब्जियों पर बिल्कुल भी निर्भर नहीं हैं। वे घर की छत पर ही फल और सब्जियां उगाकर इस जरूरत को पूरा कर रही हैं।
क्या हैं जैविक खेती के फायदे
- जैविक खेती करने पर भूमि, जल और वायु प्रदूषण बहुत कम होता है।
- इसमें किसी भी प्रकार के रासायनिक पदार्थों, कीटनाशकों और केमिकल फर्टिलाइजर्स का इस्तेमाल नहीं होता है।
- जैविक खेती करने पर पौष्टिक और जहर मुक्त भोजन का उत्पादन होता है।
- जैविक खेती से उपजने वाले खाद्य पदार्थों का स्वाद भी नियमित रूप से उपजे खाद्य वस्तुओं से बेहतर होता है।
- खाद्य वस्तुओं में कई प्रकार के विटामिन भी पाए जाते हैं।
- जैविक खेती करने पर मिट्टी के पोषण को भी बढ़ावा मिलता है और इससे मिट्टी की उर्वरता में भी सुधार होता है।
- यह किसानों के लिए काफी लाभदायक होता है क्योकि इसमें पानी का इस्तेमाल बहुत कम होता है और साथ ही महंगे
- रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का कोई उपयोग नहीं किया जाता है।
- जैविक खेती ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के कई अवसर प्रदान करता है जिससे किसानों और मजदूरों की आर्थिक हालातों में भी सुधार होता है।