Kitchen Garden : घर में बगीचा रखने के शौकीन लोगों के लिए बारिश का मौसम एकदम सही मौसम है। इस मौसम में आप बागवानी का भरपूर मजा ले सकते हैं। साथ ही प्रकृति की खूबसूरती महसूस करने का यह सबसे अच्छा समय है। इस बारिश में यदि आप अपने घर में किचन गार्डन तैयार कर लें तो बात ही अलग हैं। इससे सौंधी सी महक घर में फैल जाएगी और साथ ही आप घर पर लगाई हुए सब्जियों व मसालों का स्वाद अपने खाने में भी ले पाएंगे।
विशेषज्ञों के मुताबिक, किचन गार्डन में पालक, मेथी, गोभी, पत्ता गोभी, टमाटर, बैंगन, शिमला मिर्च, लहसुन, धनिया पत्ती, सलाद का पत्ता, तोरी, लौकी, कद्दू, करेला, गाजर, मूली, भिंडी, आदि सब्जियां आसानी से उगा सकते हैं।
यदि आप गमले में सब्जियों के पौधे लगाने वाली हैं तो बहुत छोटे आकार के गमले न चुनें। गमला थोड़ा बड़ा ही लें ताकि पौधों को सही पोषण मिल सके और उसमें पानी निकलने की उचित व्यवस्था होनी चाहिए।
जब आपने एक बार गार्डन बनाने के लिए जगह और गमलों का चुनाव कर लिया है तो अब बारी आती है मिट्टी तैयार करने की। जिस गमले में पौधा लगाना है या बीज डालना है उसमें मिट्टी डालें और पानी डालकर 1-2 दिन के लिए छोड़ दें।
फिर मिट्टी को खोदकर एक समान कर लें और इसमें गोबर, चायपत्ती, सूखी पत्तियों की आर्गेनिक खाद मिलाकर फिर से पानी डालें। हफ्ते भर बाद मिट्टी में थोड़ा सा पानी छिड़कर सब्जियों के बीच या पौधे लगाएं। बेहतर होगा कि इन गमलों को ऐसी जगह पर रखें जहां धूप आती हो। साथ ही मौसम के अनुसार ही बीज या पौधे लगाएं, वरना वह जल्दी नहीं उगेंगे।
यदि आप पहली बार किचन गार्डन बनाने जा रहे हैं तो आसानी से उगने वाली सब्जियां ही लगाएं, जैसे पुदीना, धनिया, लहसुन, हरी मिर्च, पालक, चौलाई, मेथी, करी पत्ता, तुलसी, हरी मिर्च आदि। इन पौधों को खास देखभाल की जरूरत नहीं होती है और यह आसानी से उग जाते हैं, इसके लिए आपको बहुत अधिक जानकारी जुटाने के भी जरूरत नहीं पड़ती है।
जैसे शरीर के सही विकास के लिए उसे भोजन के जरिए पोषण मिलता हैं। उसी तरह पौधों के सही विकास के लिए नियमित खाद डालना जरूरीहैं। क्योंकि यही पौधों को पोषण देते हैं। हर 15 दिन पर अपने किचन गार्डन में आर्गेनिक खाद डालें। इसके लिए आप सब्जियों के छिलके, चाय पत्ती आदि का खाद के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
ऐसा नहीं है कि गमले में बीज डाल दिया और बस आपका काम खत्म। अच्छा किचन गार्डन तैयार करने के लिए आपको नियमति रूप से इसकी देखबाल करनी होगी। जरूरत के अनुसार ही पानी डालें समय-समय पर मिट्टी को खोदते रहें। गमले में पानी डालते वक्त भी सावधानी बरतें क्योंकि बीज जब तक पौधे नहीं बन जाते बहुत जोर या झटके से पानी न डालें एकदम छोटे पौधों में भी झटके से पानी डालने पर पौधे मर सकते हैं। इसलिए या दो स्प्रे बोतल से पानी स्प्रे करें या किनारों से धीरे-धीरे थोड़ा पानी डालें।
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