इंडिया न्यूज, नई दिल्ली
हर घर में नींबू आसानी से मिल जाता है। शर्बत, अचार ही नहीं, नींबू का उपयोग कई तरह की औषधियों के बनाने में भी किया जाता है। आयुर्वेद में भी इसे एक महत्वपूर्ण फल माना जाता है। नींबू को हमारे यहां सर्वश्रेष्ठ रोग नाशक और रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाले फल के रूप में प्राचीन काल से ही मान्यता प्राप्त है। नींबू का उसके औषधीय गुणों के कारण घरेलू उपचार और दवा के रूप में तो उपयोग होता ही है, बर्तनों, आभूषणों सजावटी वस्तुओं को चमकाने और साफ करने में भी इसका खूब इस्तेमाल किया जाता है। नींबू पोषक तत्वों से भरपूर फल होता है। नींबू में विटामिन सी का भंडार होता है, नींबू में विभिन्न तत्व विभिन्न मात्रा में पाए जाते हैं।
नींबू का उपयोग कई तरह से किया जाता है
- सिर चकराना- अपच या गैस की वजह से सिर चकराए तो एक कप गर्म पानी में नींबू का रस मिलाकर 8-10 दिन पीने से लाभ होता है।
- जोड़ों का दर्द- प्रभावित अंग पर नींबू के रस की मालिश करने व नींबू मिला पानी पीने से लाभ होता है।
- खूनी बवासीर- एक नींबू काटकर उसके दोनों भागों में थोड़ा-थोड़ा कत्था पीस कर लगाएं और रात को छत पर रख दें। सुबह दोनों टुकड़ों को चूस लें। लगभग एक सप्ताह यह प्रयोग करें, इससे लाभ मिलेगा।
- दाद- नींबू के रस पिसा नौसादर मिलाकर प्रभावित स्थान पर लगाएं। कुछ ही दिन में लाभ हो जाएगा।
- मंजन- रस निकले नींबू पानी के छिलके को इकट्ठा कर धूप में सुखा लें। कूट-पीस कर पतले कपड़े से कम से कम 2 बार छान लें। चाहें तो थोड़ा बारीक पिसा छना नमक भी इसमें मिला लें। इस मंजन से दांत साफ करने से दांत साफ होने के साथ मुंह व सांस की बदबू भी खत्म हो जाती है।
- मुंहासों से रक्षा- डेढ़ चम्मच मलाई में चौथाई नींबू निचोड़ कर रोज मुंह पर मलने से चेहरे का रंग साफ होता है, चेहरा कांतिमय होता है और मुहांसों से मुक्ति मिलती है। यह प्रयोग लगभग एक महीने तक करना चाहिए।
- कब्ज से रक्षा- प्रात: उठकर खाली पेट 2 गिलास पानी में एक नींबू और थोड़ा नमक डालकर पिएं। पुरानी कब्ज हो तो ऐसा सुबह-शाम करना चाहिए। कब्ज से छुटकारा मिल जाएगा। इसके अलावा सुपाच्य, हलका और उचित खानपान का ध्यान भी रखना चाहिए। अधिक तले, खटाई वाले, गरिष्ठ, तेज मसाले वाले और अधिक ठंडे पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए।
- खट्टी डकार- अनुचित खानपान और उपयुक्त के अभाव में अपच होने से शरीर में अम्लता बढ़ जाती है और खट्टी डकारों के रूप में सामने आती है। ऐसी स्थिति में पानी में नींबू का रस, चीनी और थोड़ा नमक मिलाकर पीने से आराम मिलता है।
- उल्टी- आधे कप पानी में आधे नींबू का रस, थोड़ा जीरा और एक इलायची के दाने पीस कर मिला लें। दो-दो घंटे बाद इसे पीने से उल्टी बंद हो जाती है।
- पेट दर्द- नमक, अजवाइन, जीरा व चीनी बराबर मात्रा में लेकर बारीक पीस लें। इसमें थोड़ा नींबू का रस मिलाकर गर्म पानी के साथ खाने से आराम मिलता है।
- दस्त- दुर्गंध युक्त पतले दस्त होने पर साधारण ठंडे दूध में नींबू निचोड़कर तुरन्त पी लें। पानी में नींबू का रस मिलाकर दिन में 5-6 बार पिएं इससे आराम मिलेगा।
- जी मिचलाना- पित्त में वृद्धि से जी मिचलाने लगता है। इसके लिए ताजे पानी में चीनी व नींबू का रस मिलाकर पीने से लाभ होता है। सर्दी के मौसम में गुनगने पानी का प्रयोग करना चाहिए।
- गला बैठना- गुनगुने पानी में नींबू का रस और थोड़ा नमक मिलाकर 2-2 घंटे बाद गरारे करें। इससे गला ठीक हो जायेगा।
- घबराहट और छाती की जलन- एक गिलास ठंडे या सादा पानी में आधा या एक नींबू निचोड़कर पीने से आराम मिलता है।
- मुंह की दुर्गंध- एक या आधा कप पानी में आधा नींबू निचोड़कर खूब कुल्ला करें। पानी को मुंह के भीतर इधर-उधर घुमाएं। मुंह की दुर्गंध दूर होने के साथ ही इससे दांत व मसूढ़ों को भी लाभ होगा।
- दांत दर्द- 2-3 लौंग पीसकर उसमें नींबू का रस मिलाएं और प्रभावित दांत या दांतों पर हल्के-हल्के उंगली से मलें। इसी तरह खाने का सोडा मलने से भी लाभ होता है।