MP Ankur Yojana 2021 जैसा की आपलोग भी जानते हैं की राज्य में आक्सीजन की कमी की काफी खबरें आईं थी। कोविड-19 के दौरन हम लोग ना केवल वायरस से परेशन हुए हम लोग को आक्सीजन की कमी का भी सामना करना पड़ा। कई मरीजों की मौत भी आक्सीजन की कमी के कारण हुई। इस समस्याओं को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार शिवराज सिंह चौहान द्वारा 22 मई 2021 को अंकुर योजना की शुरूआत की गई। अंकुर योजना पर्यावरण संरक्षण से संबन्धित योजना हैं। इस योजना के तहत राज्य में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करना। जिसके तहत नागरिकों को मानसून के दौरान पेड़ लगाने के लिए सम्मानित किया जाएगा। इस पहल में भाग लेने वाले नागरिकों को कार्यक्रम के अंतर्गत वृक्षारोपण के लिए जन-सामान्य को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पौधा लगाने वाले चयनित विजेताओं को प्राणवायु पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। इस योजना के तहत 1 मेगा वृक्षारोपण अभियान प्रारंभ किया जा रहा है।

MP Ankur Yojana 2021

नाम                         एमपी अंकुर योजना 2021
लांच की तारीख              मई, 2021
लांच की गई                 मध्य प्रदेश राज्य सरकार
लाभार्थी                      मध्य प्रदेश के लोगों के लिए
उद्देश्य                        वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित

MP Ankur Yojana क्या है

जो लोग इस योजना में मध्य प्रदेश सरकार के साथ भाग लेना चाहते हैं वह अपना पंजीकरण वायुदूत एप्लीकेशन पर जाकर करा सकते हैं। इस योजना में मध्य प्रदेश राज्य के लोगों को मुख्य रूप से पौधा लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा और एप्लीकेशन पर पंजीकरण के बाद उन्हें पौधा लगाते समय अपनी एक तस्वीर एप्लीकेशन पर अपलोड करनी होगी कि वे पौधे की देखभाल किस तरह से करते हैं. उसकी सारी तस्वीर उन्हें लगभग 30 दिनों तक अपलोड करते जाना होगा। मुख्यमंत्री द्वारा प्रत्येक जिले के चुने हुए कुछ प्रतियोगियों को विजेता के रूप में घोषित किया जाएगा और उन्हें पुरस्कार दिए जाएंगे।

क्या है योजना में दिया जाने वाला पुरस्कार व योजना का उद्देश्य

अंकुर योजना पंजीकरण मुख्य रूप से मध्यप्रदेश सरकार द्वारा मध्य प्रदेश में प्रारंभ किया गया है। इस योजना को एक एप्लीकेशन के द्वारा संचालित किया जा रहा है। इस योजना अथवा अभियान का मुख्य उद्देश्य मध्य प्रदेश के राज्य के लोगों को अधिक से अधिक वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित करने और जनभागीदारी प्रतियोगिता प्रारंभ करने की योजना तैयार की गई है। जिस का संचालन सुचारु रुप से आॅनलाइन एप्लीकेशन के जरिए चलाया जाएगा और सभी गतिविधियों पर निगरानी रखी जाएगी। इस योजना में शामिल होकर जो भी व्यक्ति विजेता बनने के लिए चुने जाएंगे, उन्हें प्राण वायु नाम से पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे. और साथ ही उन्हें प्रमाण पत्र भी प्राप्त होगा.

क्या होगीं योजना में आवेदन के लिए योग्यताएं

यह योजना मध्य प्रदेश राज्य में सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रारंभ की गई है जिसमें आवेदन के लिए नियम योग्यताएं होनी आवश्यक है।

मूल निवासी :-
इस योजना के हिस्सा बनने के लिए आवेदन करने वाला व्यक्ति मध्यप्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए।

एंड्राइड फोन यूजर :-
आवेदक के पास एंड्रॉयड फोन होना चाहिए, जिसमें वह एप्लीकेशन डाउनलोड कर सके।

फोटो खींचने के लिए कैमरा या फोन :-
इस योजना के तहत एप्लीकेशन को डाउनलोड करने के बाद रजिस्ट्रेशन के दौरान अपनी फोटो खींच कर अपलोड करने के लिए कैमरा या फोन होना चाहिए। 30 दिन तक लगातार इस एप्लीकेशन में पौधे की देखरेख करते हुए फोटोस अपलोड करने अनिवार्य है।

क्या हैं योजना के लिए जरूरी दस्तावेज

आधार कार्ड :-
इस अभियान में पंजीकरण के लिए आपको फोन में एप्लीकेशन डाउनलोड करनी होगी, जिसने पूछे गए सभी दिशा निदेर्शों को सही तरीके से उचित जानकारी के साथ भरना होगा। ऐसा कोई भी जरूरी दस्तावेज नहीं है जो आपको इस एप्लीकेशन में पंजीकरण के दौरान जमा कराना अनिवार्य है। लेकिन आपको पुरस्कार प्राप्त करने के दौरान अपनी पहचान देने के लिए पहचान प्रमाण पत्र के रूप में आधार कार्ड की आवश्यकता पड़ सकती है.

गूगल प्ले स्टोर से कर सकतें एप्लीकेशन डाउनलोड

मध्य प्रदेश राज्य सरकार द्वारा वायुदूत एप्लीकेशन तैयार की गई है जिसे आप अपने मोबाइल में मौजूद गूगल प्ले स्टोर एप्लीकेशन पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं। डाउनलोड करने के बाद आप अपने मोबाइल फोन से अपना पंजीकरण करके अपना रजिस्ट्रेशन दर्ज करवाने के बाद पौधारोपण की प्रक्रिया प्रारंभ कर सकते हैं।

ऐसे करें वायुदूत एप्प पर रजिस्ट्रेशन व उसका उपयोग

उपयोगकतार्ओं के लिए अनुकूल एप्प तैयार किया गया है जिसका नाम वायुदूत ऐप है इसे उपयोग करने की प्रक्रिया नीचे दी गई हैं।

जब कोई भी प्रतियोगी इस एप्प को डाउनलोड करने के बाद इसमें अपना नंबर डालकर रजिस्ट्रेशन करेंगे, तो उसके नंबर पर एक ओटीपी आयेगा और उसके अनुसार पंजीकरण पूरा होगा।
जो भी प्रतियोगी इसमें अपना पंजीकरण दर्ज करेंगे उन्हें प्रतियोगी बनने के लिए अपने वृक्षारोपण की फोटो 30 दिन तक अपलोड करनी होगी।
इस एप्लीकेशन के जरिए जो भी प्रक्रिया आप करेंगे उसका प्रमाण पत्र भी आप डाउनलोड कर सकते हैं।
इस एप्लीकेशन को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रत्येक जिले में नोडल अधिकारियों को चयनित किया गया है जो वृक्षारोपण स्थलों का सत्यापन स्वयं जाकर करेंगे और मुख्यमंत्री तक एक लिखित रिपोर्ट भेजेंगे।

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