इंडिया न्यूज, आलीराजपुर।
शुक्रवार की रात जहां लोग दिवाली की पूजा कर रहे थे, वहीं आलीराजपुर में यह रात खूनी रात में बदल गई। जी हां, यहां दो पक्षों के बीच हुए खूनी संघर्ष में 4 लोगों की जान चली गई। वारदात के चांदपुर थाने के बोकाड़िया गोराद फलिया गांव की है। शुरुआती जांच में पता चला कि लड़का-लड़की के भागने के विवाद में दो पक्ष आमने-सामने आ गए। खूनी संघर्ष में दोनों ओर के दो-दो लोगों की जान गई। इस हत्याकांड में लाठी-फालिए (धारदार हथियार) से हमले किए गए।
डेढ़ महीने पहले हुआ था विवाद (Mp Crime News)
पुलिस के मुताबिक गांव के ही गुजला का बेटा माधो करीब डेढ़ साल पहले राधू की बेटी लीला को लेकर चला गया था। दोनों के नाबालिग होने के कारण परिवार वालों ने थाने में शिकायत दर्ज नहीं करवाई थी। दोनों ही पक्ष रिश्तेदार हैं, इसलिए उन्होंने मामले को तूल देना सही नहीं समझा। दोनों परिवारों में पंचायत स्तर पर आपसी समझौता कराने की कोशिश चल रही थी। लड़की लीला घर से जाते समय अपनी मां की एक किलो चांदी ले गई थी। रुपयों का लेन-देन और चांदी वापस देने की बात पर गुरुवार शाम दोनों परिवार के बीच विवाद हो गया। मामले को सुलझाने के लिए दिवाली की शाम को पंचायत बुलाई गई। इसी दौरान दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए और धारदार हथियार और लाठी-डंडे लेकर एक-दूसरे पर हमला करने लगे। पुलिस ने लड़की पक्ष की ओर से लड़की के पिता राधू पुत्र भल सिंह (40) की रिपोर्ट पर गुजला, इडला, जगलिया और गुसायदा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस दौरान हुए हमले में लीला के दादा भलसिंग पुत्र गुलिया (50) नई बोकड़िया और लीला के चाचा नानबु पुत्र भलसिंह (38) की मौत हो गई है।
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