India News (इंडिया न्यूज), Mukesh Ambani Salary: एशिया के सबसे अमीर आदमी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी ने लगातार चौथे साल कंपनी से कोई सैलरी नहीं लिया है। अंबानी ने वित्त वर्ष 2008-09 से 2019-20 तक अपना वार्षिक पारिश्रमिक 15 करोड़ रुपये तक सीमित रखा था। जिसके बाद वित्त वर्ष 2020-21 से उन्होंने कोरोना महामारी के कारण अपना वेतन छोड़ने का विकल्प चुना। दरअसल, 109 बिलियन डॉलर की नेटवर्थ के साथ दुनिया के 11वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। वहीं उनके और उनके परिवार के पास रिलायंस के 332.27 करोड़ शेयर या 50.33 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस हिस्सेदारी से उन्हें और उनके परिवार को 2023-24 में लाभांश के रूप में 3,322.7 करोड़ रुपये मिलेंगे। हालांकि भले ही मुकेश अंबानी ने कोई वेतन नहीं लिया, लेकिन उनके बच्चों को कंपनी के बोर्ड में रहने के लिए फीस और कमीशन मिलता है।
4 साल से नहीं लो सैलरी
बता दें कि, कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 में मुकेश अंबानी को कुछ भी नहीं मिलेगा। अंबानी साल 1977 से रिलायंस के बोर्ड में हैं और जुलाई 2002 में अपने पिता और समूह के संरक्षक धीबुरहाई अंबानी की मृत्यु के बाद कंपनी के अध्यक्ष के रूप में पदोन्नत हुए थे। उनको पिछले साल ही अप्रैल 2029 तक एक और पांच साल के कार्यकाल के लिए रिलायंस के प्रमुख के रूप में फिर से नियुक्त किया गया था। एक ऐसी अवधि जिसके दौरान उन्होंने शून्य वेतन लेने का विकल्प चुना था। पिछले साल उनकी पुनर्नियुक्ति के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मांगने वाले विशेष प्रस्ताव में कहा गया था। हालांकि, वे व्यावसायिक यात्राओं के दौरान पति/पत्नी और परिचारकों सहित यात्रा, भोजन और आवास के लिए किए गए खर्चों की प्रतिपूर्ति के हकदार होंगे।
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अंबानी के बच्चों की कितना मिलता है वेतन
रिलायंस अंबानी और उनके परिवार के सदस्यों को सुरक्षा प्रदान करने की व्यवस्था करेगी। इसके लिए कंपनी द्वारा किए गए खर्च को भत्ता नहीं माना जाएगा। मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी जिनको 28 अगस्त, 2023 तक कंपनी के बोर्ड में एक गैर-कार्यकारी निदेशक थीं। उन्होंने 2023-24 के लिए सिटिंग फीस के रूप में 2 लाख रुपये और कमीशन के रूप में 97 लाख रुपये कमाए। वहीं उनके तीन बच्चे – ईशा, आकाश और अनंत, जिन्हें पिछले साल अक्टूबर में शून्य वेतन पर बोर्ड में नियुक्त किया गया था। उन्हें सिटिंग फीस के रूप में 4-4 लाख रुपये और कमीशन के रूप में 97 लाख रुपये मिले।
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साल 2020 से नहीं नहीं लिया वेतन
मुकेश अंबानी ने जून 2020 में भारत में कोविड-19 के प्रकोप के मद्देनजर स्वेच्छा से वर्ष 2020-21 के लिए अपना वेतन छोड़ने का फैसला किया था। उन्होंने 2021-22 और 2022-23 में और अब 2023-24 में अपना वेतन छोड़ना जारी रखा। इन तीन वर्षों में अंबानी ने चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के रूप में अपनी भूमिका के लिए रिलायंस से कोई भत्ता, भत्ते, सेवानिवृत्ति लाभ, कमीशन या स्टॉक विकल्प नहीं लिया। इससे पहले, चेयरमैन और प्रबंध निदेशक ने 2008-09 से अपने वेतन को 15 करोड़ रुपये तक सीमित कर दिया था। 2019-20 में 15 करोड़ रुपये का वेतन पिछले 11 वर्षों के समान ही था।
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