India News (इंडिया न्यूज),Israel Hezbollah War: इजराइली सेना एक बार फिर लेबनान की सीमा में दाखिल हो चुकी है। अपने सबसे बड़े दुश्मन हसन नसरल्लाह को खत्म करने के बाद इजारइल और भी ज्यादा मजबूत स्थिति में है। इससे पहले इजारइल की ओर से हिजबुल्लाह के खिलाफ 18 साल पहले कार्रवाई की गई थी। जिसमें इजराइल को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। हिजबुल्लाह ने 2006 में दो इजराइली सैनिकों को बंधक बना लिया था। जिसकी वजह से इजराइल को लेबनान में जमीनी ऑपरेशन करना पड़ा था। हालांकि तब से लेकर अबतक स्थिति काफी बदल चुकी है। इस बार इजराइल ने लेबनान को धूल चटा दी है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए यह सवाल उठता है कि आखिर इजराइली सेना हिजबुल्लाह प्रमुख को मारने के बाद भी लेबनान में जमीनी हमला क्यों करना चाहती है?
इजराइल हिजबुल्लाह को मार गिराने के बाद भी शांत नहीं है। वहीं हिजबुल्लाह की ओर से अभी भी लगातार हमले जारी है। शीर्ष नेतृत्व के खत्म होने के बाद भी संगठन के इरादे कमजोर नहीं पड़े हैं। हिजबुल्लाह के उप प्रमुख और नंबर-2 नेता नईम कासिम ने सोमवार को एक वीडियो संदेश के जरिए साफ कर दिया था कि उनका विद्रोही समूह किसी भी तरह के युद्ध के लिए तैयार है। ऐसे में इजरायल के इस जमीनी ऑपरेशन के 3 उद्देश्य हो सकते हैं।
इजराइल जमीनी हमले के माध्यम से सैन्य ठिकानों को खत्म करना चाहता हो। इजारइल द्वारा लगातार उनही इलाकों में हमला किया जा रहा है, जहां हिजबुल्लाह के हथियार होने का दावा किया जाता रहा है। हिजबुल्लाह की ओर से कुछ दिनों पहले एक वीडियो जारी किया गया था जहां रॉकेट और मिसाइलें नजर आ रही थी। रिपोर्ट्स की मानें तो हिजबुल्लाह के पास लगभग एक लाख से भी ज्यादा रॉकेट और मिसाइल है। अगर इनहें नष्ट कर दिया जाता है तो इजराइल की स्थिति और भी ज्यादा मजबूत हो जाएगी।
हसन नसरल्लाह की मौत से हिजबुल्लाह को बड़ा झटका लगा है। उसके हजारों लड़ाके घायल हैं, यानी वे लड़ने की स्थिति में नहीं हैं। ऐसे में इजरायली सेना लेबनान के अंदर हिजबुल्लाह से भिड़कर उत्तरी इजरायल पर हो रहे हमलों को रोकने की कोशिश करेगी।
अगर इजरायल की रणनीति सफल होती है, तो यह उसकी उत्तरी सीमा योजना के तहत एक बड़ी सफलता होगी। इजरायल के मुताबिक हिजबुल्लाह के हमलों की वजह से करीब 60 हजार यहूदी इस क्षेत्र से विस्थापित हो चुके हैं। उन्हें फिर से बसाना उसके युद्ध के उद्देश्यों में से एक है।
माना जा रहा है कि इजरायली सेना इसी युद्ध लक्ष्य को पूरा करने के लिए लेबनान में घुसी है। विशेषज्ञों का मानना है कि इजरायली सेना सीमा क्षेत्र पर कब्जा करके बफर जोन बना सकती है, जैसा कि उसने गाजा में नेत्जारिम और फिलाडेल्फिया कॉरिडोर बनाकर किया है। ऐसा करके इजरायल हिजबुल्लाह को सीमा क्षेत्र से दूर रख सकेगा और उत्तरी इजरायल से विस्थापित यहूदियों को फिर से बसाना आसान हो जाएगा।
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