इंडिया न्यूज, भोपाल।

New Locks Will Be Installed In Bhopal Jail : अहमदाबाद ब्लास्ट में फांसी की सजा पाने वाले 38 में से छह दोषियों के भोपाल सेंट्रल जेल में बंद किया गया है। इन कैदियों के यहां जेल में बंद होने से अब यहां की सुरक्षा बढ़ाई जा रही है। जेल में नए ताले लगाए जा रहे हैं तथा इसके नजदीकी पुलिस थाने को जेल के हॉटलाइन से जोड़ा जा रहा है।

कानून व्यवस्था का किसी प्रकार का न रहे संशय

इसे लेकर आज राज्य मंत्रालय में जेल और पुलिस अधिकारियों के साथ गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की बैठक हुई। उक्त बैठक में सुरक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय समिति बनाने के साथ कई निर्णय लिए गए। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उच्चस्तरीय बैठक को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि भोपाल सेंट्रल जेल में बंद अहमदाबाद ब्लास्ट के सजायाफ्ता दोषियों की सुरक्षा की समीक्षा के लिए जेल विभाग के एडीजी की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई है।

उनके साथ डीआईजी जेल और भोपाल सेंट्रल जेल के अधीक्षक भी रहेंगे। समिति रोजाना सुरक्षा की समीक्षा करेगी। इसमें सजायाफ्ता लोगों से मुलाकात करने वालों और उनके खान-पान आदि मुद्दों पर प्रतिदिन समीक्षा होगी। ताकि किसी प्रकार का संशय न रह जाए।

जेल के सभी पुराने ताले बदले जाएंगे (New Locks Will Be Installed In Bhopal Jail)

भोपाल सेंट्रल जेल में बंद अहमदाबाद ब्लास्ट के सभी दोषियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर यह बड़ा फैसला लिया गया है कि जेल में जितने भी पुराने ताले हैं उन्हें बदलकर नए ताले और चाबियां ली जाएं। इसके साथ ही जेल में जितने भी इलेक्ट्रिक फेंसिंग, हाईमास्ट और सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उन सभी का परीक्षण किया जाए और कोई भी तकनीकी खराबी हो तो उसे शीघ्र ठीक करा लिया जाए।

सेल की सुरक्षा के लिए बनाया जाए नया टॉवर

सिमी के कार्यकतार्ओं को जिस साढ़े चार करोड़ रुपए के अंडा सेल में रखा गया है, उनमें ही अहमदाबाद ब्लास्ट के सजायाफ्ता दोषी भी हैं। आज की बैठक में यह फैसला किया गया है कि अंडा सेल के लिए अलग से टॉवर बनाया जाए ताकि इसकी सुरक्षा में कोई कमी न रह जाए।

जेल से नजदीकी थाने के लिए फोन की हॉटलाइन व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए। जिससे जेल से जब भी वहां फोन जाए तो उसकी अलग से पहचान हो जाए और वह तुरंत अटैंडेंट हो जाए। New Locks Will Be Installed In Bhopal Jail

जेल के भीतर जेल कर्मचारी व बाहर पुलिस करेगी निगरानी

अहमदाबाद ब्लास्ट के दोषियों की सुरक्षा के लिए बुलाई गई इस बैठक में यह भी तय किया गया कि जेल के भीतर की सुरक्षा की जिम्मेदारी जेल विभाग तथा जेल के बाहर की निगरानी व सुरक्षा की जिम्मेदारी भोपाल पुलिस की होगी। दोनों आपस में समन्वय बनाकर काम करेंगे। जेल की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की उपलब्धता के भी निर्देश दिए गए हैं। ताकि किसी प्रकार की कोई सुरक्षा की चूक में कोई कमी न रह जाए।

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