India News (इंडिया न्यूज़), Opposition Parties Meeting: कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने विपक्ष की बैठक और आम आदमी पार्टी के अध्यदेश के संबंध में साफ किया कि इन दोनों चीजों(विपक्ष की बैठक और दिल्ली अध्यादेश) का कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा संघीय ढांचें की रक्षा में खड़ी रही है। कांग्रेस पार्टी हमेशा भाजपा द्वारा राज्यपाल और उपराज्यपाल के दूरुपयोग का विरोध करती आई है।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने विपक्ष के आगामी चुनाव के मुद्दों पर कहा कि मुझे लगता है कि अब सवाल बदलना चाहिए क्योंकि पिछले 9 साल में देश चेहरे का शिकार हुआ है। अब सवाल होना चाहिए कि मुद्दे क्या होंगे? उन्होंने कहा,”मैं दावे के साथ ये कह सकता हूं कि नरेंद्र मोदी कल्ट पॉलिटिक्स के आखिरी उदाहरण होंगे क्योंकि उन्होंने लोगों को परेशान कर दिया है।”
बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष की बैठक पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, ‘हमारा संदेश स्पष्ट है। हमारा संदेश देश की जनता को है कि आप चिंतित ना हो, आपके मुद्दे उठाने के लिए हम एकत्रित हो रहे हैं। सभी लोग अपने-अपने स्वार्थ को अलग कर आ रहे हैं ताकि लोगों की समस्याओं का निदान हो सके। 9 साल में लोग त्रस्त हो गए हैं।”
गौरतलब है कि 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक के बाद बैंगलोर में दूसरी बैठक होनी है। इस बैठक में करीब 26 विपक्षी दल शामिल होगें। वहीं इस इस बैठक को बिहार के सीएम नीतीश कुमार के बुलावे पर हुई थी, इस मीटींग में 15 दल शामिल हुए थे। जिसका उदेश्य भाजपा के खिलाफ रणनीती तैयार करना था।
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