पानीपत, हरियाणा। बीते दिन क्रिकेटर ऋषभ पंत की सड़क दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था। सभी उनकी जल्द स्वस्थ्य होने की कामनाएं कर रहें हैं। लेकिन इस बीच एक शख्स की बहादुरी के चर्चाएं सुर्खियों में हैं, जिन्होंंने समय रहते उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने में मदद की।
दरअसल, जब ऋषभ की गाड़ी दुर्घटना का शिकार हुई तो उसी समय हाइवे पर एक रोडवेज की बस भी जा रही थी, जिसके सामने उनकी गाड़ी तेज रफ्तार से डिवाइर से टकराई। घटना के बाद ब्रेक मारकर बस चालक घटनास्थल की ओर भागे। देखा तो ऋषभ पंत किसी तरह से अपनी गाड़ी से बाहर निकल आए थे, और सड़क के किनारे गंभीर अवस्था में किसी शख्स के मदद की इंतजार कर रहे थे। इतने देर में बस चालक सुशील कुमार और उनके साथी कंडक्टर परमजीत घटनास्थल पर पहुंचते हैं, और ऋषभ को अस्पताल तक पहुंचाने में मदद करते हैं।
वह इस घटना की जानकारी नजदीकी प्रशासन तक भी पहुंचाते हैं। जिससे उनका इलाज जल्द शुरू हो पाता है। बीते दिन पानीपत बस डिपो दोनों सुशील कुमार और परमजीत तो इस कार्य के लिए सम्मानित करते हैं।
पानीपत बस डिपो जीएम के जांगड़ा ने कहा- ‘बस चालक सुशील कुमार और कंडक्टर परमजीत ने गुरुकुल नरसन के पास डिवाइडर पर एक अनियंत्रित कार की टक्कर देखी। वे यात्री की मदद के लिए कार की ओर दौड़े। हमने उन्हें सम्मानित किया है, राज्य सरकार भी मानवता के कार्य के लिए उन्हें सम्मानित करेगी’।
बस कर्मचारी परमजीत का बयान जिन्होंने क्रिकेटर ऋषभ पंत को बचाया
‘जैसे ही हमने उसे (ऋषभ पंत) बाहर घसीटा, कार में आग लग गई और 5-7 सेकेंड में जलकर खाक हो गई। उनकी पीठ पर काफी चोटें आई थीं। हमने उनकी व्यक्तिगत जानकारी के बारे में पूछताछ की और तभी उन्होंने कहा कि वह एक भारतीय टीम के क्रिकेटर हैं’।