इंडिया न्यूज़ (दिल्ली):भारत सरकार ने संसद में बताया की 2021 -22 के बीच दिल्ली में पेट्रोल के दाम 78 बार और डीज़ल के दाम 76 बार बढ़े,आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चढ़ा ने इसको लेकर सरकार से सवाल पूछा था की पिछले साल और इस साल कितनी बार पेट्रोल और डीज़ल के दामों में बढ़ोतरी की गई? पिछले साल वित्तीय वर्ष से लेकर अब तक पेट्रोल और डीज़ल के दामों में कितने प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई?2016 से लेकर इस अब तक सालाना कितना राजस्व सरकार की तरफ से पेट्रोल और डीज़ल से वसूला गया.
इस पर पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेस्वर तेली ने जवाब देते हुए कहा की 26 जून 2010 से पेट्रोल के दाम और 19 अक्टूबर 2014 से डीज़ल के दाम मार्केट द्वारा तय किया जाता है,16 जून 2017 से तेल कंपनियां रोज पेट्रोल और डीज़ल के दामों की समीक्षा करती है.
साल 2021-22 में दिल्ली में 78 बार और डीज़ल के दाम 76 बार बढ़ाये गए,पेट्रोल के दामों में 7 बार और डीज़ल के दामों में 10 बार कमी की गई,280 बार पेट्रोल के दामों में और 279 बार डीज़ल के दामों को कोई बदलाव नहीं किया गया,इस साल 20 जुलाई तक पेट्रोल और डीज़ल के दामों में 5-5 बार बढ़ोतरी की गई,वही एक-एक बार कटौती भी गई,105 बार कोई बदलाव नहीं किया गया.
वही अगर प्रतिशत की बात करे तो एक अप्रैल 2021 से अब तक दिल्ली में पेट्रोल के दामों में 6.8 और डीज़ल के दामों में 10.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई.
अगर राजस्व की बार करे तो 2016-17 में केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीज़ल से 3,35,175 करोड़ और राज्यों ने 1,89,770 करोड़ टैक्स की वसूली की थी जो कुल 5,24,945 करोड़ रुपये होता है,वही 2021-22 में केंद्र सरकार ने 4,92,303 करोड़ और राज्यों ने 2,82,122 करोड़ रुपये तक वसूली की जो कुल 7,74,425 करोड़ रुपये होता है.