Physical hearing begins in all courts in Jharkhand
कोरोना काल के चलते पिछले लगभग डेढ साल से बंद थी फिजिकल सुनवाई
इंडिया न्यूज, रांची:
Jharkhand गत वर्ष कोविड-19 के चलते राज्य की सभी अदालतों में फिजिकल सुनवाई बंद थी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ही अदालतों का कामकाज चल रहा था। अब जबकि कोरोना संक्रमण लगभग काबू आ चुका है तो राज्य में फिजिकल सुनवाई शुरू हो चुकी है। शुक्रवार को सिविल और अनुमंडल कोर्ट में फिजिकल सुनवाई शुरू हुई। जबकि हाईकोर्ट में चार अक्टूबर से फिजिकल सुनवाई शुरू हो जाएगी। इसके लिए एसओपी जारी कर दी गई है। गुरुवार को हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन की हाईकोर्ट कोर कमेटी की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया।
हाईकोर्ट में हो रही थी वर्चुअल सुनवाई
हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ने सभी अदालतों को फिजिकल करने का आदेश जारी कर दिया है। हाईकोर्ट में अभी सिर्फ वर्चुअल सुनवाई हो रही है। जबकि सिविल कोर्ट में 50 फीसदी सुनवाई फिजिकल और 50 फीसदी मामलों की सुनवाई वर्चुअल हो रही थी। सभी निचली अदालतों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए फिजिकल सुनवाई हो रही थी। इसके लिए हाईकोर्ट ने राज्य की अदालतों को तीन श्रेणी में बांटा था। इसी अनुरूप दिशा-निर्देश भी जारी किए थे। जिन जिलों में कोरोना के 50 से कम सक्रिय केस हैं, वहां 50 फीसदी फिजिकल और 50 फीसदी वर्चुअल कोर्ट बैठ रही थी।
हाईकोर्ट में अब यह व्यवस्था होगी
फिजिकल सुनवाई के लिए आठ कोर्ट रूम तैयार कर लिए गए हैं। हर न्यायालय कक्ष को शीशे के तीन लेयर से घेरा गया है। जजों के टेबल के सामने, कोर्ट मास्टर और पेशकार के सामने शीशा का घेरा लगाया गया है। दोनों पक्षों के वकील जहां से बहस करते हैं वहां भी शीशे का केबिन बनाया गया है। इसी प्रकार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए कोर्ट रूम में छह से आठ वकीलों के ही बैठने की व्यवस्था की गई है।