India News (इंडिया न्यूज़) PM Modi New Record: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हैं। बता दे कि पीएम नरेंद्र मोदी ने एक व्हाट्सएप चैनल बनाया और सिर्फ एक दिन में 1 मिलियन से ज्यादा लोगों ने इसे सब्सक्राइब कर लिया। यह एक बहुत बड़ा रिकॉर्ड है। जब पीएम मोदी ने अपने चैनल पर अपना पहला संदेश लिखा, तो उन्होंने कहा कि वह व्हाट्सएप समुदाय से जुड़कर बहुत खुश हैं। यह हमारी चल रही बातचीत में एक और कदम उठाने जैसा है। हम यहां ज्यादा संपर्क में रह सकते हैं। उन्होंने नए संसद भवन में काम करते हुए अपनी एक तस्वीर भी साझा की।
केवल चैनल का प्रभारी ही इस पर संदेश साझा कर सकेंगा
फेसबुक की मूल कंपनी मेटा ने हाल ही में भारत और कई अन्य देशों में व्हाट्सएप चैनल नाम से एक नया फीचर पेश किया है। यह सुविधा आपको व्हाट्सएप पर विभिन्न चैनलों का अनुसरण करने और चैट प्रारूप में उनके बारे में अपडेट प्राप्त करने की अनुमति देती है। लेकिन, केवल चैनल का प्रभारी व्यक्ति ही इस पर संदेश साझा कर सकता है।पीएम मोदी ने हाल ही में अपना चैनल शुरू किया है और महज दो दिनों में ही 18 लाख से ज्यादा लोगों ने इसे सब्सक्राइब कर लिया है। बता दे कि फिलहाल पीएम मोदी के व्हाट्सएप चैनल ने दो मिलियन सब्सक्राइबरस का आकड़ा महज 3 दिन में पार कर लिया है।
विभिन्न वेबसाइटों और ऐप्स पर भी काफी फॉलोवर्स
पीएम मोदी के बहुत सारे प्रशंसक हैं जो यह देखना पसंद करते हैं कि वह सोशल मीडिया पर क्या कहते हैं। ट्विटर पर उनके 91 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, जो वाकई एक बड़ी संख्या है। वह ट्विटर पर भारत के सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले व्यक्ति भी हैं। फेसबुक पर उनके 48 मिलियन फॉलोअर्स हैं और इंस्टाग्राम पर उनके 78 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। इसलिए, बहुत से लोग यह देखना पसंद करते हैं कि वह इन वेबसाइटों पर क्या पोस्ट करते है।
आप भी इसी तरह अपना चैनल बना सकते हैं
सबसे पहले आपको अपने व्हाट्सएप को नए वर्जन में अपडेट करना होगा। नए संस्करण में, आपको एक बटन दिखाई देगा जो प्लस चिह्न जैसा दिखता है। जब आप इस पर टैप करेंगे तो आपको नया चैनल बनाने का विकल्प दिखाई देगा। आप हर दिन अपने चैनल में नई चीजें जोड़ सकते हैं। जो लोग आपके अपडेट देखना चाहते हैं वे आपके चैनल को फ़ॉलो करना चुन सकते हैं।
Also Read:
- Womens Reservation Bill: राज्यसभा से पास होने के बाद…
- Women Reservation Bill: वाईएसआरसीपी ने रखी मांग, राज्यसभा और विधान परिषदों में भी महिलाओं को मिले आरक्षण