इंडिया न्यूज़, दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के बजट अभिभाषण पर सरकार के धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दिया। सदन को संबोधित करते हुए पीएम ने एकतरफ विपक्षी दलों पर लगातार तंज कसे, वहीं देश की तरक्की का पूरा खाका भी पेश किया। बता दें, पीएम ने सदन में ऐसा वार किया कि विपक्ष चारो खाने चित हो गया। इसकी शुरुआत पीएम मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के दौरान विपक्षी नेताओं के गायब होने पर की। पीएम ने इसे जनजातीय समुदायों के प्रति उनकी नफरत का नमूना बताया। साथ ही कहा कि पूरी दुनिया जहां भारत की तरक्की की तारीफ कर रही है, वहीं देश में कुछ लोग इसे स्वीकार ही नहीं कर पा रहे है। उन्हें देश की तरक्की ही नहीं दिख रही है। वही इस दरम्यान संंसद जहां सत्ताधारी सांसदों के ‘जय श्रीराम’ और ‘मोदी-मोदी’ नारों से गूंजती रही।
राष्ट्रपति का अपमान कर दिखाई नफरत की सोच
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, मैं राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद देता हूं। साथ ही उनका अभिनंदन भी करता हूं। बता दें, जब राष्ट्रपति का अभिभाषण हो रहा था तो कुछ लोग उससे भी गायब हो गए। इससे जनजातीय समुदाय के प्रति उनकी नफरत और उनकी सोच सभी के सामने आ गई है।
दुष्यंत कुमार की कविता से राहुल पर कसा तंज
इसके आगे पीएम मोदी ने कहा, अभिभाषण पर चर्चा में कई सदस्यों ने अपने-अपने आंकड़े और तर्क दिए। अपनी रुचि के हिसाब से अपनी बातें रखीं। इससे समझ में आता है कि किसकी कितनी क्षमता, योग्यता, समझ है और उनका क्या इरादा है। मालूम हो, राहुल गांधी का नाम लिए बिना तंज कसा। पीएम ने कहा, कल कुछ लोगों ने भाषण दिया था तो उनके समर्थकों से लेकर पूरा इको सिस्टम तक उछल रहा था कि ये हुई ना कोई बात। चलो बढ़िया है, उन्हें नींद भी अच्छी आई होगी। इसके आगे पीएम मोदी ने मशहूर कवि दुष्यंत कुमार की कविता के जरिये राहुल और कांग्रेस पर तंज कसा, कहा, ‘तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हे यकीन नहीं।’
दुनिया भारत की तरफ देख रही, विपक्ष इस पर भी दुःखी
विपक्ष पर निशाना साधने के क्रम में पीएम मोदी ने कहा, आज पड़ोसी देशों में खाने का संकट है। भुखमरी से हालात खराब हैं। इसके विपरीत भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। जी20 की अध्यक्षता कर रहा है, जो भारत के लिए गौरव की बात है। पीएम ने आगे कहा ‘आज पूरी दुनिया भारत की तरफ आशा की नजरों से देख रही है। इसका कारण है भारत में आई स्थिरता। भारत की वैश्विक साख, सामर्थ्य में आई बढ़ोतरी। लकिन कुछ लोगों को इस पर भी दुख हो रहा है। वो भारत की तरक्की से दुःखी हैं।