कैप्टन इक ही हुंदा है व साडा सांझा नारा कैप्टन दोबारा
तेजिन्दर आर्टिस्ट, खन्ना :
आईना वही रहता है चेहरे बदल जाते हैं। पंजाब की कांग्रेस सरकार में ऐसा भूकंप आया की मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को इस्तीफा देना पड़ा पंजाब कांग्रेस के  प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू व कैप्टन अमरिंदर सिंह के धड़ों के बीच जंग छिड़ी हुई थी वहीं अब जब कैप्टन अमरिंदर सिंह से हाईकमान ने इस्तीफा मांग लिया और उन्होंने इस्तीफा दे भी दिया है। बतादें की पंजाब में सत्ता में आई और कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री और नवजोत सिंह सिद्धू मंत्री बने तब नवजोत सिंह सिद्धू ने स्पष्ट किया था कि उनके कैप्टन तो सोनिया और राहुल गांधी ही हैं परंतु अब बड़ा सवाल यह उठता है कि उन कांग्रेसियों व अधिकारियों, समर्थकों का क्या बनेगा जो कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ चल रहे थे।

जगह-जगह लगे थे फ्लेक्स

राज्य में आने वाले 2022 के चुनावों पर पंजाब में चारों ओर लगे फ्लेक्स बोर्ड, वाल पेंटिंग में साडा सांझा नारा कैप्टन दोबारा, कैप्टन 2022, कैप्टन ही दोबारा कैप्टन ता इक ही हुंदा है,  कैप्टन फॉर 2022, पर पंजाब में कैप्टन के कांग्रेसी माने जाने वाली कैप्टन मुक्त कांग्रेस कहलाने लगी विधानसभा चुनावों से ठीक 5 महीने पहले पंजाब कांग्रेस में बड़ा उलटफेर हो गया।

कैप्टन साथियों के लिए मुश्किल समय

पंजाब कांग्रेस में पिछले कुछ महीनों से चल रहे ठंडे जंग से पैदा हुए हालातों ने कांग्रेस हाईकमान को इस मोड़ पर आकर ऐलान करने के लिए मजबूर कर दिया के पंजाब का मुख्यमंत्री बदल दिया जाए। अब जिन विधायकों और राजनीतिक नेताओं ने उनके साथ लंबा समय बिताया है वह उनकी राय मशवरा  करने के बाद भी अपनी रणनीति तय कर सकते हैं परंतु अंतिम चार महीने गुजारना कांग्रेस के लिए भारी पड़ सकता है। मुख्यमंत्री के ओहदे की दौड़ में भी कुछ कांग्रेसी नेता खुश होंगे और ज्यादातर नाराज भी हो सकतें हैं।

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