इंडिया न्यूज़(दिल्ली): केंद्र सरकार की तरफ से 14 जून को तीनो सेनाओ में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना का ऐलान किया गया था ,ऐलान के साथ ही इसका विरोध देश भर में शुरू हो गया था ,कई जगहों पर हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुए,खासकर बिहार, उत्तर प्रदेश में ट्रेन जलाने की घटना बड़े पैमाने पर हुए.
अब इसपर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान आया है ,रक्षा मंत्री ने कहा की ‘अग्निपथ योजना’ भारत के युवाओं को देश की रक्षा व्यवस्था से जुड़ने और देश सेवा करने का सुनहरा अवसर है,पिछले दो वर्षों से सेना में भर्ती की प्रक्रिया नहीं होने के कारण बहुत से युवाओं को सेना में भर्ती होने का अवसर नहीं मिल सका था इसलिए युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखकर सरकार ने अग्निवीरों की भर्ती की आयु सीमा को इस बार 21 वर्ष से बढ़ा कर 23 वर्ष कर दिया है यह रियायत सिर्फ एक बार दिया गया है,मैं युवाओं से अपील करता हूँ कि सेना में भर्ती की प्रक्रिया कुछ ही दिनों में प्रारम्भ होने जा रही है। वे इसके लिए अपनी तैयारी शुरू करें”
दरअसल पिछले दो साल से कोरोना काल होने की वजह से सेना की भर्ती नही हो पाई थी ,जब सरकार ने अग्निपथ योजना का ऐलान किया तो उम्र सीमा 21 ही रखी जिससे लाखो युवाओ को सेना में भर्ती होने का मौका नही मिलता ,अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे युवाओ की सबसे बड़ी मांग भी यही थी ,जिसे अब सरकार ने मान लिया है.