इंडिया न्यूज, रायसेन:

Religious Conversion in Girls Hostel: मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में क्रिश्चियन मिशनरी गर्ल्स हॉस्टल में चल रहा था। गर्ल हॉस्टल में चल रहे धर्मांतरण के धंधे को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने औचक निरीक्षण कर पदार्फाश किया है। आयोग के अध्यक्ष ने हॉस्टल का निरीक्षण करते हुए पता लगाया कि यहां आदिवासी हिंदू लड़कियों को लाकर उन्हें धार्मिक पुस्तकें देकर ईसाई धर्म की ओर आकर्षित करने की कोशिश की जा रही थी।

प्रियंक कानूनगो ने की छानबीन Religious Conversion in Girls Hostel

प्रियंक कानूनगो ने अपनी छानबीन के दौरान हॉस्टल में रखे रजिस्टर चेक करने के बाद बताया कि हॉस्टल के परिसर में 15-20 बच्चियों को रखा गया है, जो हिंदू आदिवासी हैं और इनमें कुछ नॉर्थ-ईस्ट की भी लड़कियां हैं। इन लड़कियों को ईसाई धर्म से संबंधित किताब पढ़ाई जा रही थीं। आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो को निरीक्षण के दौरान बाइबल मिली थी, जो निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी को सौंप दी गई।

प्रियंक कानूनगो ने अपने ट्वीट में एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “ईसाई मिशनरियों के छात्रावास का औचक निरिक्षण, चला रहे थे धर्मांतरण का धंधा।” इस वीडियो में आयोग अध्यक्ष ने अपना बयान भी दिया है।

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